नई दिल्ली : हवाई यात्रा को लेकर एक सख्त निर्देश जारी; संवेदनशील एयरबेस अमृतसर, जम्मू, श्रीनगर और जैसलमेर एयरपोर्ट पर सख्ती से लागू
New Delhi: A strict directive regarding air travel has been issued; Strictly implemented at sensitive airbases Amritsar, Jammu, Srinagar and Jaisalmer airports
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने हवाई यात्रा को लेकर एक सख्त निर्देश जारी किया है। यह नया नियम उन विमानों पर लागू होगा जो सेना के हवाई अड्डों से उड़ान भरते हैं या वहां उतरते हैं। यह निर्देश खासतौर पर भारत की पश्चिमी सीमा के पास मौजूद संवेदनशील एयरबेस जैसे अमृतसर, जम्मू, श्रीनगर और जैसलमेर एयरपोर्ट पर सख्ती से लागू किया जाएगा।
नई दिल्ली : नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने हवाई यात्रा को लेकर एक सख्त निर्देश जारी किया है। यह नया नियम उन विमानों पर लागू होगा जो सेना के हवाई अड्डों से उड़ान भरते हैं या वहां उतरते हैं। यह निर्देश खासतौर पर भारत की पश्चिमी सीमा के पास मौजूद संवेदनशील एयरबेस जैसे अमृतसर, जम्मू, श्रीनगर और जैसलमेर एयरपोर्ट पर सख्ती से लागू किया जाएगा। अगर विमान इन एयरपोर्ट्स से उड़ान भर रहा हो या लैंड कर रहा हो, तो यात्रियों को खिड़कियों के पर्दे नीचे करने होंगे। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो ऐसे में आपको सजा मिल सकती है। इसका मकसद सुरक्षा को मजबूत बनाना है।
कब तक लागू रहेगा ये नियम?
DGCA ने बताया है कि ये नियम तब तक चलेगा जब तक विमान 10 हजार फीट की ऊंचाई तक नहीं पहुंच जाता या जमीन पर आकर रुक नहीं जाता। पिछले कुछ सालों में कई बार देखा गया है कि यात्री उड़ान भरते या उतरते समय खिड़की से बाहर की फोटो या वीडियो बनाते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर डाल देते हैं। इससे सुरक्षा को काफी खतरा हो सकता है। इसलिए DGCA ने सख्त आदेश दिए हैं कि इन खास एयरपोर्ट्स पर उड़ान भरने या उतरने के वक्त खिड़कियों के पर्दे नीचे रखना जरूरी है और फोटो-वीडियो बनाना पूरी तरह मना है।
नियम तोड़ने वाले यात्रियों को मिलेगी सजा
नियम तोड़ने वाले यात्रियों के खिलाफ नागरिक उड्डयन नियमों के तहत जुर्माना या अन्य सजा भी लगाई जा सकती है। एयरलाइनों को निर्देश दिया गया है कि वे यात्रियों को इस नियम के बारे में फ्लाइट से पहले, फ्लाइट के दौरान और बार-बार जानकारी दें। इसके लिए केबिन क्रू को विशेष ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
सुरक्षा को मजबूत बनाना है मकसद
अब एयरलाइनों को अपनी रोजाना की प्रक्रियाओं में बदलाव करना होगा। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि टेकऑफ और लैंडिंग के समय सभी खिड़कियों के पर्दे नीचे ही रहें। इसके अलावा, एयरलाइंस अपने ग्राउंड स्टाफ और केबिन क्रू को खास ट्रेनिंग देंगी ताकि वे इस नियम को ठीक से लागू कर सकें। बोर्डिंग गेट पर और विमान के अंदर नोटिस बोर्ड या स्क्रीन के जरिए भी यात्रियों को इस नियम की जानकारी दी जाएगी। कुछ एयरलाइंस ने तो पहले ही इस दिशा में कदम उठाते हुए फ्लाइट से पहले की घोषणाओं में सुरक्षा नियमों को जोड़ना शुरू कर दिया है।
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