मुंबई मेट्रो लाइन 3 का दूसरा चरण; बीकेसी से अचार्य अत्रे चौक तक सीधी सुविधा 

Mumbai Metro Line 3 Phase 2; Direct access from BKC to Acharya Atre Chowk

मुंबई मेट्रो लाइन 3 का दूसरा चरण; बीकेसी से अचार्य अत्रे चौक तक सीधी सुविधा 

जल्द ही मेट्रो 3 योजना के दूसरे चरण शुरू होने वाला है. माना जा रहा है कि दूसरे चरण के शुरू होने से लोगों को राहत मिलेगी. इसके साथी ही इसे मुंबई की नई लाइफ लाइन माना जा रही है. आरे कॉलोनी से अंधेरी एमआईडीसी होते हुए बीकेसी, और अब बीकेसी से सिद्धिविनायक मंदिर होते हुये आचार्य अत्रे मार्ग तक अंडर ग्राउंड मेट्रो शुरू होगी.

मुंबई : जल्द ही मेट्रो 3 योजना के दूसरे चरण शुरू होने वाला है. माना जा रहा है कि दूसरे चरण के शुरू होने से लोगों को राहत मिलेगी. इसके साथी ही इसे मुंबई की नई लाइफ लाइन माना जा रही है. आरे कॉलोनी से अंधेरी एमआईडीसी होते हुए बीकेसी, और अब बीकेसी से सिद्धिविनायक मंदिर होते हुये आचार्य अत्रे मार्ग तक अंडर ग्राउंड मेट्रो शुरू होगी.

 

Read More मुंबई : बीएमसी कर्मचारियों को ले जा रही एक बस में आग लग गई; आग पर काबू पा लिया

मुंबई मेट्रो लाइन 3 का दूसरा चरण 9 मई से शुरू होगा. दूसरे चरण के शुरू होने से लोगों को बीकेसी से अचार्य अत्रे चौक तक सीधी सुविधा मिलेगी. मेट्रो 3 भूमिगत कॉरिडोर के चरण 2A की शुरुआत 9 मई को अचार्य अत्रे चौक तक की दूरी के साथ की जाएगी. जिससे मुंबई की लोक परिवहन प्रणाली में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है.

Read More मुंबई : हत्या के मामले में फरार बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

लोगों को हो आसानी सुविधा
चरण 1, जो आरे से बीकेसी को जोड़ता है. इसका अक्टूबर 2024 में उद्घाटन किया गया था और अब तक इस खंड में यात्रियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. चरण 2ए के अंतर्गत बीकेसी से अचार्य अत्रे चौक के बीच छह स्टेशन रहेंगे, जिनमे धारावी, शीतलादेवी, दादर, सिद्धिविनायक, वर्ली और अचार्य अत्रे चौक शामिल हैं, जिससे यात्रियों को व्यस्त वाणिज्यिक और धार्मिक केंद्रों तक सीधी सुविधा मिलेगी.

Read More ठाणे : ऑटो रिक्शा पर खतरनाक स्टंट करने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज 

यह नया खंड एक्वा लाइन की लंबाई को बढ़ाकर 22.5 किमी कर देगा, जिससे वर्ली, बीकेसी, अंधेरी, एसईईपीएज और एमआईडीसी जैसे प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों के बीच सीधी और तेज कनेक्टिविटी संभव हो सकेगी. 

Read More मुंबई : लोग काम को पहचानते हैं, ‘नाम’ को नहीं - एकनाथ शिंदे