नई मुंबई : सवालों के घेरे में मनपा की सीसीटीवी कैमरा परियोजना
Navi Mumbai: Municipal CCTV camera project under question

सुरक्षा के मुद्दे पर मनपा की सीसीटीवी कैमरा परियोजना अब सवालों के घेरे में है। रिपोर्ट की मानें तो तीन साल बाद भी यह परियोजना पूरी नहीं हो पाई, जबकि इसके लिए १५० करोड़ रुपए का बजट तय किया गया था। इन तीन सालों में शहर के विभिन्न हिस्सों में १,५०० अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना थी, जिसका उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा, महिला सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण और कानून प्रवर्तन को मजबूत करना था।
नई मुंबई : सुरक्षा के मुद्दे पर मनपा की सीसीटीवी कैमरा परियोजना अब सवालों के घेरे में है। रिपोर्ट की मानें तो तीन साल बाद भी यह परियोजना पूरी नहीं हो पाई, जबकि इसके लिए १५० करोड़ रुपए का बजट तय किया गया था। इन तीन सालों में शहर के विभिन्न हिस्सों में १,५०० अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना थी, जिसका उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा, महिला सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण और कानून प्रवर्तन को मजबूत करना था। आरटीआई से मिली जानकारी से यह बात सामने आई है कि शहर में १,३०० कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ ७०३ कैमरे ही काम कर रहे हैं।
कई कैमरे सड़क के काम के दौरान हुए नुकसान के कारण बंद पड़े हैं। फाइबर केबल की चोरी, बार-बार सड़कों को खोदने की समस्या और अधूरी योजना ने परियोजना को पूरी तरह से विफल कर दिया है। यहां तक कि पुलिस और मनपा में समन्वय की कमी के कारण, जो कैमरे काम कर रहे हैं, उनकी भी निगरानी का दायरा बेहद सीमित है। शहर की सुरक्षा में इस तरह की खामियां नागरिकों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं।
मनपा की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्थानीय प्रशासन को कड़ी चेतावनी दी है। अगर समय रहते इस परियोजना को सही तरीके से पूरा नहीं किया गया तो नागरिकों का विश्वास इस सिस्टम से उठ सकता है। नई मुंबई जैसे बड़े शहर में, जहां १५ लाख से ज्यादा लोग रहते हैं, सुरक्षा व्यवस्था में इस तरह की लापरवाही चिंता का कारण बन सकती है। अब देखना यह होगा कि मनपा इस परियोजना को कब पूरा करती है और नागरिकों के विश्वास को फिर से हासिल करती है।