पालघर : खारवाडेश्री (जलसार) से मारंबल पाड़ा (विरार) के बीच फेरीबोट रो-रो सेवा प्रायोगिक तौर पर शुरू
Palghar: Ferryboat Ro-Ro service started on experimental basis between Kharvadeshri (Jalsar) to Marambal Pada (Virar)

वसई तालुका से पालघर मुख्यालय तक यात्रा के लिए खारवाडेश्री (जलसार) से मारंबल पाड़ा (विरार) के बीच फेरीबोट रो-रो सेवा प्रायोगिक तौर पर शुरू की जा रही है। इससे विरार से पालघर तालुका तक की यात्रा में समय की बचत होगी। इस परियोजना को शुरू करने के लिए पिछले कई महीनों से शासन स्तर पर प्रयास हो रहे थे।
पालघर : वसई तालुका से पालघर मुख्यालय तक यात्रा के लिए खारवाडेश्री (जलसार) से मारंबल पाड़ा (विरार) के बीच फेरीबोट रो-रो सेवा प्रायोगिक तौर पर शुरू की जा रही है। इससे विरार से पालघर तालुका तक की यात्रा में समय की बचत होगी। इस परियोजना को शुरू करने के लिए पिछले कई महीनों से शासन स्तर पर प्रयास हो रहे थे। खारवाडेश्री में स्लोपिंग रैंप यानी ढलान वाली अस्थायी जेट्टी का कार्य पूरा हो चुका है, जिससे यह सेवा शुरू हो रही है।
इस प्रोजेक्ट की योजना केंद्र सरकार की 'सागरमाला योजना' के तहत बनाई गई थी। इसे 26 अक्टूबर 2017 को 12.92 करोड़ रुपये की प्रशासनिक मंजूरी मिली थी, जबकि 15 मार्च 2023 को 23.68 करोड़ रुपये के संशोधित प्रस्ताव को भी स्वीकृति मिली। फरवरी 2024 में कार्यादेश जारी कर ठेकेदार को काम सौंपा गया।
जल मार्ग से 15 मिनट में पूरा होगा सफर
पहली फेरी 19 अप्रैल को दोपहर 12 बजे नारंगी से प्रायोगिक रूप में शुरू होगी। इसके बाद औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा। खारवाडेश्री से नारंगी तक सड़क मार्ग की दूरी 60 किमी है, जिसे तय करने में करीब डेढ़ घंटे का समय लगता है। वहीं, जलमार्ग से यह दूरी सिर्फ 1.5 किमी है, जिसे 15 मिनट में पूरा किया जा सकता है।
रो रो सर्विस से क्या फायदे
रो रो सेवा से न सिर्फ समय की, बल्कि ईंधन की भी बचत होगी। मारंबलपाड़ा से खारवाडेश्री तक एक फेरी को 15 मिनट लगेंगे और वाहनों के चढ़ने-उतरने के लिए अतिरिक्त 15-20 मिनट रखे गए हैं। 20 अप्रैल से रोज सुबह 6:30 बजे विरार से पहली फेरी और शाम 7 बजे खारवाडेश्री से आखिरी फेरी चलेगी। 25 अप्रैल से रात्रिकालीन फेरी भी शुरू होगी और अंतिम फेरी रात 10:10 बजे खारवाडेश्री से रवाना होगी।