नई दिल्ली: फ्राइंग पैन में खाली गोलियों को गर्म करने की कोशिश; हुआ विस्फोट
New Delhi: Tried to heat empty bullets in a frying pan; explosion occurred
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कोच्चि सिटी पुलिस के सशस्त्र रिजर्व (एआर) शिविर में हुए एक विस्फोट की जांच शुरू कर दी गई है। इस घटना में एक पुलिस अधिकारी ने कथित तौर पर फ्राइंग पैन में खाली गोलियों को गर्म करने की कोशिश की थी, जिसके कारण यह विस्फोट हुआ। मौके पर एलपीजी सिलेंडर मौजूद था, जिससे आग लगने का खतरा बना हुआ था। गनीमत रही कि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई।
नई दिल्ली: कोच्चि सिटी पुलिस के सशस्त्र रिजर्व (एआर) शिविर में हुए एक विस्फोट की जांच शुरू कर दी गई है। इस घटना में एक पुलिस अधिकारी ने कथित तौर पर फ्राइंग पैन में खाली गोलियों को गर्म करने की कोशिश की थी, जिसके कारण यह विस्फोट हुआ। मौके पर एलपीजी सिलेंडर मौजूद था, जिससे आग लगने का खतरा बना हुआ था। गनीमत रही कि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सशस्त्र रिजर्व शिविर के कमांडेंट ने कोच्चि शहर के पुलिस आयुक्त पुट्टा विमलादित्य को घटना की रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में गोला-बारूद इकाई के प्रभारी अधिकारी की चूक को उजागर किया गया है।
पुट्टा विमलादित्य ने पीटीआई को बताया कि रिपोर्ट के निष्कर्षों के आधार पर विभागीय स्तर पर उचित कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि यह लापरवाही किस स्तर की थी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
घटना के समय एक सब-इंस्पेक्टर (एसआई) एक पुलिस अधिकारी के अंतिम संस्कार में सलामी देने के लिए खाली गोलियों की तैयारी कर रहा था। जब उन्होंने देखा कि शिविर के शस्त्रागार में रखी खाली गोलियां जंग लगी हुई हैं, तो उन्होंने उन्हें सुखाने के लिए रसोई के फ्राइंग पैन में गर्म करने का फैसला किया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, खाली गोलियों में बारूद मौजूद होता है, हालांकि उनमें कोई प्रक्षेपास्त्र (जिससे गोली लक्ष्य की ओर जाती है) नहीं होता। ऐसी गोलियां आमतौर पर सम्मानित समारोहों या अंतिम संस्कार की रस्मों में इस्तेमाल की जाती हैं। परंपरागत तौर से, इन्हें सूर्य की रोशनी में सुखाया जाता है, लेकिन इस मामले में अधिकारी ने गलत तरीका अपनाया और उन्हें "भूनने" की कोशिश की, जिससे विस्फोट हो गया।
बड़ी दुर्घटना होने से टली
इस घटना में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन अगर आग लग जाती, तब स्थिति गंभीर हो सकती थी। रसोई में एलपीजी सिलेंडर मौजूद था, जिससे विस्फोट का खतरा और बढ़ सकता था।
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया था या नहीं। अब इस मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। इस घटना ने पुलिस विभाग में सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।