सायबर ठगी में पीएचडी कर रहा छात्र गिरफ्तार... आईटी कर्मचारी के 7.3 लाख रुपए ठगे थे
PhD student arrested in cyber fraud... IT employee was defrauded of Rs 7.3 lakh
मनी ट्रेल की जांच करते हुए, पुलिस को पता चला कि 19 वर्षीय संदिग्ध के खाते में 1.5 लाख रुपए और क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में लगे पंजाब के एक व्यक्ति को 1.35 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए थे आगे की जांच से पता चला कि पंजाब खाता धारक ने दूसरों को क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन के लिए अपने खाते का उपयोग करने की अनुमति दी थी।
मुंबई : साइबर सेल पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी मामले में एक आईटी कंपनी के कर्मचारी से 7.3 लाख रुपए ठगने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी राजस्थान का और दो पंजाब के रहनेवाले हैं। दक्षिण मुंबई के निवासी शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे 12 दिसंबर को एक व्हाट्सएप मैसेज के जरिये उन्हें अंशकालिक नौकरी का लालच दिया गया था।
जिसमें कहा गया था कि फिल्में देखकर उसे रेटिंग देना है, जिससे मोटा मुनाफा होगा। एक फिल्म को 10 में से 10 रेटिंग देने के बाद पीड़ित को शुरुआत में उसके खाते में 150 रुपए भेजे गए, जिसके बाद उसे एक टेलीग्राम ग्रुप में शामिल होने के लिए निर्देशित किया गया। इसी में उन्हें कार्य सौंपे गए, चार कार्यों के लिए 200 रुपए का भुगतान किया गया था और उनके प्रारंभिक निवेश के बाद प्रत्येक कार्य पूर्ण करने के लिए 150 रुपए शिकायतकर्ता को दिए जा रहे थे।
जैसे-जैसे कार्य बढ़ते तौर पर उन्हें किया का उसके मिला। शिकायतकर्ता प्री-पेड के कार्य खरीदते थे। इसके बाद दूसरे टेलीग्राम ग्रुप में शामिल गया। शुरुआत में 800 रुपए फायदा शिकायतकार्या को हुआ, लेकिन बाद में स्थिति बदल गई जब उन्होंने अपने निवेश और मुनाफे का रिटर्न मांगा तब बदले में उन्हें कुछ नहीं कुल 7.3 लाख रुपए खोने पीड़ित ने शिकायत दर्ज जिसके बाद तीन संदिग्धों की हुई।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में राजस्थान का एक 19 वर्षीय आईटीआई छात्र, एक 38 वर्षीय फल विक्रेता और पंजाब का एक 29 वर्षीय साइकिल विक्रेता शामिल है। मनी ट्रेल की जांच करते हुए, पुलिस को पता चला कि 19 वर्षीय संदिग्ध के खाते में 1.5 लाख रुपए और क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में लगे पंजाब के एक व्यक्ति को 1.35 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए थे आगे की जांच से पता चला कि पंजाब खाता धारक ने दूसरों को क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन के लिए अपने खाते का उपयोग करने की अनुमति दी थी।

