खोदा पहाड़, निकले संपेरे...
Digged the mountain, snakes came out...
, संपेरों के सभी परिजनों ने शुक्रवार की शाम नोएडा के सेक्टर-४९ के थाने में पहुंचकर अवैध गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका कहना है संपेरे हजार रुपए दिहाड़ी के हिसाब से उनके बुलावे पर बीन बजाने गए थे। वहां जब पकड़ा-धकड़ी मची, तो मुख्य आरोपी पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गए, कुछ हाथ नहीं लगा तो पुलिस ने बेकसूर संपेरों को धर लिया।
नोएडा : कहावत है कि खोदा पहाड़ निकली चुहिया। एल्विश सांप तस्करी मामले में यह बात सच होती दिख रही है। पुलिस ने जिन पांच लोगों को सांप तस्कर बताकर पकड़ा है, उनमें से तीन बीन बजाने वाले संपेरे निकले। ये संपेरे रेव पार्टी के आयोजकों की बुकिंग पर गए थे। पुलिस ने उन्हें आरोपी समझकर धर लिया। उनका बीन, तुम्बा और सांप पकड़ने वाला सामान भी जब्त कर लिया, जबकि घटना से उनका दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है।
मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। मालूम हो, संपेरों के सभी परिजनों ने शुक्रवार की शाम नोएडा के सेक्टर-४९ के थाने में पहुंचकर अवैध गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका कहना है संपेरे हजार रुपए दिहाड़ी के हिसाब से उनके बुलावे पर बीन बजाने गए थे। वहां जब पकड़ा-धकड़ी मची, तो मुख्य आरोपी पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गए, कुछ हाथ नहीं लगा तो पुलिस ने बेकसूर संपेरों को धर लिया।
पुलिस की इस कार्रवाई से ‘अखिल भारतीय संपेरा विकास महासंघ’ भी नाराज है। संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह ने भी थाने पहुंचकर निर्दोष संपेरों को छोड़ने की मांग की है। मामला उलझता देख पुलिस से कुछ कहते नहीं बन रहा। कोतवाली में प्रदर्शन कर रही एक संपेरे की बहन ने बताया कि उनका भाई सांप पकड़ने और बीन-तुम्बा बजाने का काम करता है।
जहां घटना हुई है वहां उसकी दो दिन पहले बीन बजाने को लेकर बुकिंग हुई थी। पार्टी में सांप और जहर कहां से आया, जिसके संबंध में उनके भाई को कुछ नहीं पता। बता दें कि दो दिन पहले मामले के सामने आने के बाद जहर के लिए सांपों की तस्करी के इस मामले ने खूब तूल पकड़ा था।

