पूर्व मेयर के खिलाफ EOW ने दर्ज की FIR, BMC के अधिकारियों पर केस
EOW registers FIR against former mayor, case against BMC officials
कोरोना महामारी के दौरान हुए बॉडी बैग घोटाला मामले में अब इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने एफआईआर दर्ज की है. इस केस की केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी पहले ही जांच कर रही थी. एजेंसी ने छापेमारी भी की थी. अब ईओडब्ल्यू ने पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर के खिसाफ मामला दर्ज किया है. महामारी के मेयर और बीएमसी के अधिकारियों ने मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया था. EOW ने किशोरी पेडनेकर के साथ-साथ बीएमसी के दो अधिकारियों और एक कंपनी के मालिक को भी आरोपी बनाया है.
उद्धव ठाकरे गुट के सेना नेताओं, बीएमसी और सप्लायर कंपनी वेदांत इनोटेक के मालिक खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. बताया जाता है कि 1500 रुपए कीमत की डेड बॉडी बैग 6,700 रुपए में खरीदी गई. इसमें करोड़ों रुपए बहा दिए गए. मामले के खुलासे के बाद कार्रवाई लगातार चल रही है. इकोनॉमिक ऑफेंस विंग के केस दर्ज करने से पहले ईडी ने भी कार्रवाई की. एजेंसी ने कई जगहों पर छापेमारी भी की थी.
उद्धव ठाकरे के करीबी से हो रही पूछताछ
इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने एक पांच सितारा होटल के घोटाला केस पर भी मामला दर्ज किया है. ईओडब्ल्यू ने इसके लिए रविंद्र वायकर को पूछताछ के लिए बुलाया. वायरकर से दो घंटे से पूछताछ जारी है. बताया जाता है कि वायकर पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के करीबी हैं. उनके घर का नाम भी मातोश्री ही है. पूर्व में वह मंत्री भी रह चुके हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जांच एजेंसी ईडी ने अपनी जांच में पाया कि कोरोना मृतकों के लिए बॉडी बैग अन्य लोगों को 2000 रुपए में मिल रहा था, तो वहीं बीएमसी वो ही बॉडी बैग और उसी कंपनी से 6,800 रुपए में खरीद रही थी. इसके ठेकेदारी भी पूर्व बीएमसी मेयर के निर्देशों पर की गई थी.
ईडी ने जून में भी की थी छापेमारी, लाखों किए जब्त
ईडी ने 21 जून को पूरे महाराष्ट्र में छापेमारी की थी और 68.65 लाख रुपये नकद जब्त किए थे. पूरे महाराष्ट्र में 50 से ज्यादा अचल संपत्तियों (अनुमानित बाजार मूल्य 150 करोड़ रुपये से अधिक) का खुलासा करने वाले दस्तावेज जब्त किए थे. इनके अलावा 15 करोड़ फिक्स्ड डिपॉजिट, 2.46 करोड़ रुपये के आभूषण आइटम के साथ-साथ कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप और विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए.

