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‘छोड़िए 400, दिखाएं सिर्फ 4 सबूत’, गाजियाबाद धर्मांतरण के मुंब्रा कनेक्शन पर आक्रामक हुए MLA
MLA became aggressive on dharma conversion....
महाविकास आघाड़ी सरकार में मंत्री रहे एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने गाजियाबाद पुलिस को चुनौती देते हुए कहा है कि मुंब्रा में 400 की बजाए 4 धर्मांतरण के केस भी साबित करके दिखाएं. अगर तथ्य पाया गया तो वे मुंब्रा के जनप्रतिनिधि पद से इस्तीफा दे देंगे.
गाजियाबाद पुलिस की ओर से यह दावा किया गया था कि ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए 400 बच्चों का धर्मांतरण करवाया गया है. इस पूरे मामले में गाजियाबाद का मुंब्रा कनेक्शन है. मुंबई से ठाणे जिले के मुंब्रा से विधायक और एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड इस दावे को लेकर बेहद आक्रामक हो गए हैं. उन्होंने कहा है कि चार सौ की बजाए सिर्फ चार धर्मांतरण भी यूपी या ठाणे पुलिस साबित कर दिखाती है तो वे राजनीति छोड़ देंगे. इसके अलावा इस दावे के विरोध में जितेंद्र आव्हाड ने 1 जुलाई को मुंब्रा बंद करने की भी चेतावनी दी है.
जितेंद्र आव्हाड ने कहा है कि इस तरह की बेबुनियाद बातें उड़ा कर शहर को बदनाम किया जा रहा है. महाराष्ट्र में चुनाव जीतने के लिए घटिया राजनीति की जा रही है. मुंब्रा का नाम लेकर पूरे ठाणे जिले में माहौल में सांप्रदायिकता का जहर घोलने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने मांग की है कि महाराष्ट्र के डीजी इस मामले में दखल दें.
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मोबाइल के गेमिंग ऐप के जरिए बच्चों के धर्मांतरण किए जाने की चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं. गाजियाबाद के इस धर्मांतरण केस का कनेक्शन महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से सटे ठाणे जिले के मुंब्रा से दिखाया जा रहा है. मुंब्रा में 400 जनों के धर्म परिवर्तन किए जाने का शक जताया जा रहा है. आईपीएस निपुण अग्रवाल ने दावा किया है कि यह बात ऑनलाइन धर्मांतरण करवाने वाले मुख्य आरोपी निपुण अग्रवाल कबूल की है. दूसरा आरोपी शाहनवाज फिलहाल फरार है. गाजियाबाद पुलिस शाहनवाज की मां मुमताज का स्टेटमेंट मुंब्रा पुलिस स्टेशन में रिकॉर्ड करने का मन बना रही है.
‘महाराष्ट्र डीजीपी और ठाणे पुलिस कमिश्नर दें इन बेबुनियाद आरोपों के उत्तर’
जितेंद्र आव्हाड ने नाराजगी के स्वर में कहा कि कोई भी बेअक्कल वाला अधिकारी कुछ भी बोल रहा है, उसके बयान का खंडन ठाणे पुलिस की ओर से किया जाना चाहिए. महाराष्ट्र का चुनाव जीतने के लिए ये लोग और कितना नीचे गिरने वाले हैं? महाराष्ट्र के डीजीपी और ठाणे के पुलिस कमिश्नर ये कहें कि यह आरोप झूठे हैं. वरना 1 जुलाई को मुंब्रा बंद रहेगा. मुंब्रा में सभी धर्म और जाति के लोग शांति से रहते आए हैं. उन्हें बदनाम न करें. वरना हम सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे.
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