पानी भी खून दिख रहा, भूख गायब! भयावह मंजर देख गहरे सदमे में चले गए बालासोर से लौटे जवान

Jawans returned from Balasore after horrifying Train incident....

पानी भी खून दिख रहा, भूख गायब! भयावह मंजर देख गहरे सदमे में चले गए बालासोर से लौटे जवान

बालासोर रेल हादसे से एनडीआरएफ के बचाव कर्मियों के दिमाग पर गहरा असर हो रहा है।

ओडिशा के बालासोर में दो जून को हुए भीषण रेल हादसे ने न केवल अपनों को खोने वालों बल्कि इसमें घायल हुए लोगों को कभी न भरने वाले घाव दिए हैं। वहीं इसकी विभीषिका ने बचाव कार्य करने वालों को भी मानसिक रूप से प्रभावित कर दिया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक अतुल करवाल ने बताया कि ट्रेन दुर्घटनास्थल पर बचाव अभियान में तैनात बल का एक कर्मी जब भी पानी देखता है तो उसे वह खून की तरह लगता है जबकि एक दूसरे बचावकर्मी को अब भूख ही नहीं लग रही है....Jawans returned from Balasore after horrifying Train incident.... 

बालासोर में तीन ट्रेनों के आपस में टकराने के बाद बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ के नौ दलों को तैनात किया गया था। भारत के सबसे भीषण रेल हादसों में से एक इस दुर्घटना में करीब 278 लोगों की मौत हो गई और 900 से अधिक लोग घायल हो गए। बचाव अभियान समाप्त होने और पटरियों की मरम्मत के बाद इस मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू कर दी गई है लेकिन कई पीड़ितों का दावा है कि उनके अपनों का पता नहीं चल पा रहा है....Jawans returned from Balasore after horrifying Train incident.... 

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घटनास्थल से 121 शव बरामद

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बल ने 44 पीड़ितों को बचाया और घटनास्थल से 121 शव बरामद किए। आपदा प्रतिक्रिया के लिए क्षमता निर्माण पर वार्षिक सम्मेलन, 2023 को संबोधित करते हुए करवाल ने कहा, 'मैं बालासोर ट्रेन हादसे के बाद बचाव अभियान में शामिल अपने कर्मियों से मिला... एक कर्मी ने मुझे बताया कि वह जब भी पानी देखता है तो उसे वह खून की तरह लगता है। एक अन्य बचावकर्मी ने बताया कि इस बचाव अभियान के बाद उसे भूख लगना बंद हो गई है।'

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कर्मियों के लिए शुरू किया गया काउंसलिंग सेशन


हाल में दुर्घटनास्थल का दौरा करने वाले एनडीआरएफ के महानिदेशक ने कहा कि बल ने अपने कर्मियों के बचाव व राहत अभियान से लौटने पर उनके लिए मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग और मानसिक स्थिरता पाठ्यक्रम शुरू किया है।

उन्होंने कहा, 'अच्छी मानसिक सेहत के वास्ते ऐसी काउंसलिंग हमारे उन कर्मियों के लिए कराई जा रही है जो आपदाग्रस्त इलाकों में बचाव व राहत अभियानों में शामिल होते हैं।' करवाल ने कहा कि पिछले साल से अब तक इस संबंध में कराए विशेष अभ्यास के बाद तकरीबन 18,000 कर्मियों में से 95 प्रतिशत कर्मी 'फिट' पाए गए....Jawans returned from Balasore after horrifying Train incident.... 

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