चुनाव आयोग के फैसले के बाद मुंबई के मातोश्री में उद्धव ठाकरे ने पार्टी नेताओं की बुलाई बैठक...
After the Election Commission's decision, Uddhav Thackeray called a meeting of party leaders at Matoshree in Mumbai.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह का असली हकदार चुन लिया है। ईसी के इस आदेश के बाद से उद्धव ठाकरे के भविष्य पर कई सवाल खड़े हो गए है। इसी को देखते हुए अब ठाकरे ने आज यानी 18 फरवरी को अपनी पार्टी के नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। दोपहर को मातोश्री में होने वाली इस बैठक में सभी नेता और सांसद शामिल होंगे।
मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को चुनाव आयोग ने शिवसेना पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह का असली हकदार चुन लिया है। ईसी के इस आदेश के बाद से उद्धव ठाकरे के भविष्य पर कई सवाल खड़े हो गए है। इसी को देखते हुए अब ठाकरे ने आज यानी 18 फरवरी को अपनी पार्टी के नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। दोपहर को मातोश्री में होने वाली इस बैठक में सभी नेता और सांसद शामिल होंगे।
एकनाथ शिंदे को शिवसेना पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह धनुष बाण दिया गया है। चुनाव आयोग के इस आदेश के बाद उद्धव ठाकरे को एक बड़ा झटका लगा है। ठाकरे ने आज अपने पार्टी नेताओं के साथ अहम बैठक बुलाई है। यह पहली बार है कि बाला साहेब ठाकरे द्वारा 1966 में स्थापित की गई पार्टी पर ठाकरे परिवार का नियंत्रण खत्म हो गया है।
एकनाथ शिंदे द्वारा दायर छह महीने पुरानी याचिका पर तीन सदस्यीय आयोग ने अपने आदेश में कहा कि वह विधायक दल में पार्टी की संख्या बल पर निर्भर था, जहां मुख्यमंत्री को 55 में से 40 विधायकों और 18 में से 13 लोकसभा सदस्यों का समर्थन हासिल था। शिंदे ने पिछले साल जून में ठाकरे से नाता तोड़ लिया था और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन में सरकार बनाई।
अपने आदेश में, आयोग ने कहा कि शिंदे गुट का समर्थन करने वाले 40 विधायकों ने कुल 47,82,440 मतों में से 36,57,327 मत प्राप्त किए। यह 15 विधायकों द्वारा प्राप्त 11,25,113 मतों के विपरीत था, जिनके समर्थन का दावा ठाकरे गुट द्वारा किया जाता है। आयोग के इस फैसले को ठाकरे ने 'लोकतंत्र के लिए खतरनाक' करार दिया और कहा कि वह इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। वहीं, सीएम शिंदे ने इसे 'सच्चाई और लोगों की जीत' करार दिया है।

