14 फरवरी को शिंदे सरकार गिर जाएगी - नाना पटोले
Shinde government will fall on February 14 - Nana Patole
महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार को अवैध करार देने वाली उद्धव ठाकरे गुट की याचिका पर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू है। इसी बीच एनसीपी के विधायक अमोल मिटकरी ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि शिंदे फडणवीस सरकार का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। महाराष्ट्र में जल्द बड़ी राजनीतिक उठापटक होने वाली है और उसके बाद यह सरकार गिर जाएगी।
मुंबई: महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार को अवैध करार देने वाली उद्धव ठाकरे गुट की याचिका पर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू है। इसी बीच एनसीपी के विधायक अमोल मिटकरी ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि शिंदे फडणवीस सरकार का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। महाराष्ट्र में जल्द बड़ी राजनीतिक उठापटक होने वाली है और उसके बाद यह सरकार गिर जाएगी।
अमोल मिटकरी ने दावा किया है कि शिंदे सरकार में यह बड़ी उथलपुथल होने वाली है। इस संबंध में अमोल मिटकरी ने एक ट्वीट भी किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि आने वाली शिवजयंती के पहले महाराष्ट्र में बड़ी सियासी हलचल होने वाली है। आगामी 19 फरवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती है। ऐसे में अमोल मिटकरी के मुताबिक राज्य में एक महीने के भीतर बड़ी सियासी हलचल हो सकती है। मिटकरी के ट्वीट को लेकर महाराष्ट्र कि सियासत में चर्चाओं और अटकलों का दौर शुरू है।
ऐसा ही दावा महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले किया है। उन्होंने कहा कि आगामी 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के मौके पर यह सरकार गिर जाएगी। वहीं नितिन देशमुख ने भी इसी तरह का दावा किया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सत्ता संघर्ष की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में शुरू है। जैसे ही सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे पर अपना फैसला सुनाएगा। उसी समय शिंदे गुट के 16 विधायक अपात्र हो जाएंगे और यह सरकार गिर जाएगी।
शिवसेना पार्टी किसकी और पार्टी का चुनाव चिन्ह धनुष- बाण पर किसका अधिकार? इसको लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग के में एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच में जंग शुरू है। आगामी 30 जनवरी को इस संदर्भ में चुनाव आयोग में महत्वपूर्ण सुनवाई होनी है। अब तक की सुनवाई और दलीलों के मुताबिक ठाकरे गुट का पलड़ा ज्यादा भारी नजर आ रहा है।
पिछली सुनवाई के दौरान ठाकरे गुट के वकील कपिल सिब्बल और देवदत्त कामत ने जोरदार बहस की थी। जिसमें उन्होंने पार्टी संविधान, पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रतिनिधि सभा जैसे अनेक मुद्दों पर प्रकाश डाला गया था। वहीं एकनाथ शिंदे गुट के भी वकील महेश जेठमलानी और मनिंदर सिंह ने भी जोरदार बहस की थी।

