ED raids
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... मुंबई : अनिल अंबानी से जुड़े 50 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी !
Published On
By Online Desk
ईडी की यह ताजा कार्रवाई एसबीआई की ओर से हाल ही में अनिल अंबानी और उनकी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को 'फ्रॉड' के रूप में वर्गीकृत करने के बाद हुई है। 13 जून, 2025 को, धोखाधड़ी जोखिम प्रबंधन पर भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी दिशानिर्देशों और अपनी आंतरिक नीति के अनुसार, एसबीआई ने कंपनी और उसके प्रमोटर को इस श्रेणी में चिह्नित किया। मुंबई: छांगुर और उसके करीबी सहयोगियों के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 15 ठिकानों पर छापेमारी; 60 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के पुख्ता प्रमाण मिले
Published On
By Online Desk
अवैध धर्मांतरण के गंभीर आरोपों से घिरे जमालुद्दीन उर्फ छांगुर और उसके करीबी सहयोगियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 15 ठिकानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच एजेंसी को छांगुर और उसके नेटवर्क के खातों से जुड़ी गतिविधियों की पड़ताल में लगभग 60 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के पुख्ता प्रमाण मिले हैं। ये फंड कथित तौर पर विदेशी संस्थाओं से आए हैं और इनका इस्तेमाल संपत्तियों की खरीद और अवैध गतिविधियों में किया गया। 'कोल्ड प्ले', 'दिलजीत कॉन्सर्ट' टिकट कालाबाजारी मामला: देशभर में 13 जगहों पर ईडी की छापेमारी
Published On
By Online Desk
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 'कोल्ड प्ले' और 'दिलजीत कॉन्सर्ट' टिकटों की कालाबाजारी के मामले में दिल्ली, मुंबई, जयपुर, चंडीगढ़, बेंगलुरु में छापेमारी की. ईडी ने 13 जगहों पर छापेमारी की और शुरुआती जांच में पता चला कि टिकटों की अवैध बिक्री के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया गया था. दिलजीत दोसांझ का 'दिललुमिनाती' और कोल्डप्ले का 'म्यूजिक ऑफ द स्पीयर्स वर्ल्ड टूर' आयोजित किया गया है। ED ने महाराष्ट्र में शुगर मिल समेत कई कपंनियों के ठिकानों पर मारे छापे... 19.50 लाख रुपए जब्त !
Published On
By Online Desk
ईडी के अनुसार, श्री शिव पार्वती साखार कारखाना लिमिटेड ने बैंकों से 100 करोड़ रुपए का ऋण लिया था, लेकिन परियोजना के लिए 71.19 करोड़ रुपए का अपना हिस्सा देने में विफल रही, जो ऋण प्राप्त करने की शर्तों में से एक थी। इसके निदेशकों और सहयोगी कंपनियों ने ऋण की राशि का बड़ा हिस्सा तासगांवकर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड, तासगांवकर इंडस्ट्रीज लिमिटेड और हाईटेक इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से गबन किया, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ। 