मुंबई के माहिम में गजब की ठगी — पैगंबर मोहम्मद के बाल का दिखा कर दो महिलाओं से 11 लाख की ठगी
Amazing fraud in Mahim, Mumbai – Two women duped of Rs 11 lakh by pretending to have hair of Prophet Mohammad
माहिम में सामने आया मामला सिर्फ एक साधारण धोखाधड़ी नहीं, बल्कि धार्मिक आस्था के नाम पर की गई एक सोची-समझी चाल है। मोहसिन अली अब्दुल सत्तार कादरी ने “पैगंबर मोहम्मद के बाल” होने का दावा कर दो महिलाओं से लाखों रुपये के गहने ठग लिए। यह घटना हमारे समाज की उस संवेदनशील नस को उजागर करती है, जिसका अपराधी अक्सर फायदा उठाते हैं — आस्था और भरोसा।
मुंबई के माहिम इलाके में एक चौंकाने वाला धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोपी, मोहसिन अली अब्दुल सत्तार कादरी (31 वर्ष), ने अपने आप को पैगंबर मोहम्मद का वंशज बताया और दावा किया कि उसके पास पैगंबर के एक बाल की कांच की बोतल में संजोई हुई निशानी है।
ठगी का तरीका और घटना का प्रारंभ
क़ादरी ने 2022 में शिकायतकर्ता अंसार अहमद अब्दुल गनी और उनके भाई इसरार फ़ारूकी के संपर्क में आने के बाद उनकी आस्था का जाल बुनना शुरू किया।
दावा यह किया गया कि वह पैगंबर मोहम्मद का वंशज है और उसके पास “पवित्र बाल” है जिसे उसने कांच की डिब्बी में रखा हुआ है।
कादरी ने यह डिब्बी एक पूजा-रसोम के दौरान फरोखी परिवार के घर में रखी, और उस बोतल को अलमारी में बंद करने को कहा। उसने यह भी चेतावनी दी कि यदि कोई बोतल खोलता है, तो बाल राख में बदल जाएगा।
विश्वास और गहनों की सौंपे जाने वाली रकम
कादरी ने महिलाओं को यह विश्वास दिलाया कि यदि वे अपने गहने (सोने की ज्वेलरी) को उस कांच की डिब्बी के पास रख दें, तो इससे “बरकत” आएगी और उनकी आर्थिक समृद्धि में वृद्धि होगी।
इस वश में आकर, शिकायतकर्ता की पत्नी शमा ने लगभग 97.5 ग्राम सोने के गहने और दूसरी महिला (इसरार की पत्नी) रहनुमा बानो ने लगभग 47.5 ग्राम सोना सौंपा।
कुल मिलाकर, आरोप है कि करीब ₹ 11 लाख के गहने और नकदी कादरी को दी गई।
शंका और पुलिस शिकायत
समय के साथ-साथ महिलाओं को यह महसूस हुआ कि कादरी अक्सर उस कमरे में बंद हो जाता है जहां बोतल रखी थी, और उनका व्यवहार संदिग्ध हो गया।
जब उन्होंने गहनों की वापसी की मांग की, तो कादरी ने पहले कहा कि उसने उन्हें गहाणे पर रख दिया है, लेकिन बाद में उसने उन्हें गला देने के लिए समय मांगा।
आखिरकार, परिवार ने अलमारी खोली — तो उन्हें सिर्फ वो कांच की बोतल जिसमें बाल था, मिला; लेकिन गहने गायब थे।
कादरी ने दावा किया कि उसने वित्तीय तंगी की वजह से गहने गिरवी रख दिए हैं, लेकिन तीन साल बित जाने के बाद भी वह गहने वापस नहीं ला पाया।
पुलिस कार्रवाई
माहिम पुलिस को शिकायत मिलने के बाद उन्होंने मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस इस धोखाधड़ी की पूरी गहराई में जांच कर रही है और कादरी के कहे दावों और गहनों की असली स्थिति की पड़ताल कर रही है।
धार्मिक और सामाजिक दंश
यह मामला न सिर्फ आर्थिक धोखाधड़ी है, बल्कि धार्मिक आस्था का दुरुपयोग करने की गंभीर घटना है। कादरी ने धार्मिक भरोसे को हथियार बनाकर लोगों की आस्था में सेंध लगाई, और उनका विश्वास हासिल कर ठगी की।
इस प्रकार की घटनाएँ समाज में धार्मिक भावनाओं की कमजोरियों का फाइदा उठाने वाले अपराधियों को बढ़ावा देती हैं।

