बोरीवली में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ज्योतिष्पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज से मुलाकात की
Deputy Chief Minister Eknath Shinde met Astrologer Swami Avimukteshwaranand Saraswati Ji Maharaj in Borivali.
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बोरीवली में शनिवार को ज्योतिष्पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज से मुलाकात की। इस दौरान शिंदे ने स्वामी जी की मराठी सीखने और बोलने की कोशिश की सराहना की। उन्होंने प्रदेशवासियों को गणपति विसर्जन की शुभकामनाएं भी दी। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि स्वामी जी ने चातुर्मास के आयोजन के माध्यम से धार्मिक और सामाजिक एकता को बढ़ावा दिया है।
मुंबई: उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बोरीवली में शनिवार को ज्योतिष्पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज से मुलाकात की। इस दौरान शिंदे ने स्वामी जी की मराठी सीखने और बोलने की कोशिश की सराहना की। उन्होंने प्रदेशवासियों को गणपति विसर्जन की शुभकामनाएं भी दी। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि स्वामी जी ने चातुर्मास के आयोजन के माध्यम से धार्मिक और सामाजिक एकता को बढ़ावा दिया है। शिंदे ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के सामाजिक और धार्मिक कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि उनके मार्गदर्शन से समाज में सकारात्मक बदलाव आ रहा है।
शिंदे ने गणपति विसर्जन के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दीं और कहा कि गणपति बप्पा संकट हरने वाले हैं। उनके आशीर्वाद से महाराष्ट्र में सुख, समृद्धि और विकास का नया दौर आएगा। उन्होंने भगवान गणेश से किसानों, बहनों-भाइयों और समस्त जनता की उन्नति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने देश को आर्थिक महाशक्ति की ओर अग्रसर बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को जीएसटी स्लैब कम करने के निर्णय के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "इस कदम से आम जनता और व्यापारियों को राहत मिलेगी, जिससे अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी। उपमुख्यमंत्री ने गणेश उत्सव के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह पर्व महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे पर्यावरण के प्रति जागरूक रहकर गणपति विसर्जन को पर्यावरण-अनुकूल तरीके से करें।
शिंदे ने स्वामी जी के चातुर्मास आयोजन को ऐतिहासिक बताया और कहा कि यह धार्मिक एकता के साथ-साथ सामाजिक सद्भाव को भी मजबूत करता है। मुलाकात के दौरान शिंदे ने स्वामी जी के साथ विभिन्न सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने स्वामी जी के मराठी में संवाद करने के प्रयास को प्रेरणादायी बताया और कहा कि यह महाराष्ट्र की संस्कृति के प्रति उनके सम्मान को दर्शाता है।

