उद्धव ठाकरे परिवार के साथ गणेश पूजन के लिए ‘अपने चचेरे भाई और MNS प्रमुख राज ठाकरे के निवास “शिवतीर्थ”’ गए
Uddhav Thackeray along with family visited his cousin and MNS chief Raj Thackeray's residence "Shivtirth" for Ganesh Puja
गणेशोत्सव 2025 पर उद्धव ठाकरे परिवार सहित राज ठाकरे के घर शिवतीर्थ पहुँचे और गणपति बप्पा के दर्शन किए। लगभग 20 साल बाद दोनों ठाकरे परिवार इस तरह साथ दिखे। इस मुलाक़ात से आगामी चुनावों में शिवसेना (UBT) और MNS के संभावित गठबंधन की अटकलें तेज़ हो गई हैं।
₹मुंबई : शिवसेना (UBT) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपनी पत्नी रश्मि ठाकरे व पुत्र आदित्य और तेजस ठाकरे के साथ अपने चचेरे भाई और MNS प्रमुख राज ठाकरे के निवास “शिवतीर्थ” पर पहुँचे। यहाँ उन्होंने पारिवारिक वातावरण में गणपति बप्पा की पूजा-अर्चना की और एक साथ पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ भक्ति-अभिव्यक्ति की।
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दो दशकों बाद हुआ पुनर्मिलन
यह पहली बार था जब उद्धव ठाकरे सार्वजनिक रूप से राज ठाकरे के घर गणेशोत्सव के दौरान दर्शन के लिए गए—एक ऐसा आयोजन जो पिछले लगभग बीस वर्षों में नहीं हुआ था। यह दृश्य दोनों राजनैतिक विभाजितियों के बीच फिर से घनिष्ठता और समन्वय का संकेत माना जा रहा है।
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आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के मद्देनज़र राजनीतिक चर्चा
यह घटना राजनीतिक गलियारों में बहुत चर्चित हुई क्योंकि यह महाराष्ट्र में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले शिवसेना (UBT) और MNS के बीच संभावित गठबंधन की अफवाहों को और बल देती दिख रही है। कई विश्लेषक इसे मराठी मतदाताओं को एक साथ लाने और राजनीतिक ताक़त जोड़ने की दिशा में एक बड़ा संकेत मान रहे हैं।
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पिछले मिलनों का सिलसिला: लेखा-जोखा
हाल ही में, जुलाई महीने में दोनों ठाकरे एक मंच पर साझा नजर आए थे जब उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के हिंदी संबंधी विवादित निर्णय—प्राथमिक कक्षाओं में हिंदी अनिवार्य कराने के प्रस्ताव—के खिलाफ संयुक्त विरोध किया था। इसके अलावा, पिछले महीनें राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे के जन्मदिन पर ‘मातोश्री’ आय सकते हुए भी एक सकारात्मक राजनीतिक संदेश दिया था।
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समापन में
इस गणेशोत्सव के मौक़े पर हुआ यह पारिवारिक और राजनैतिक पुनर्मिलन सिर्फ धार्मिक उत्सव नहीं था, बल्कि महाराष्ट्र के राजनीतिक भविष्य और मराठी राजनैतिक समीकरणों के लिए एक संकेत भी था। क्या यह केवल एक पारिवारिक मिलन था, या फिर आगामी चुनावों से पहले एक तथ्यात्मक युति की शुरुआत—यह अब आगे देखना होगा।

