वसई में नकली दवाओं पर बड़ी कार्रवाई, 7 सप्लायरों पर मामला दर्ज; मासूम की जिंदगी के साथ हो रहा था खिलवाड़
Big action against fake medicines in Vasai, case registered against 7 suppliers; innocent's life was being played with

वसई-विरार शहर महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग में नकली दवाइयों की आपूर्ति का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) द्वारा मनपा के सातीवली स्थित मातृ एवं शिशु देखभाल केंद्र से लिए गए दवा सैंपलों की जांच में यह खुलासा हुआ कि केंद्र को नकली दवा की गोलियां सप्लाई की जा रही थीं। इस गंभीर मामले में FDA अधिकारियों ने संबंधित सप्लायरों के खिलाफ वालिव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।
वसई : वसई-विरार शहर महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग में नकली दवाइयों की आपूर्ति का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) द्वारा मनपा के सातीवली स्थित मातृ एवं शिशु देखभाल केंद्र से लिए गए दवा सैंपलों की जांच में यह खुलासा हुआ कि केंद्र को नकली दवा की गोलियां सप्लाई की जा रही थीं। इस गंभीर मामले में FDA अधिकारियों ने संबंधित सप्लायरों के खिलाफ वालिव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।
क्या है पूरा मामला?
वसई-विरार महानगरपालिका अपने नागरिकों को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है। इन सेवाओं के तहत, मनपा विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं के माध्यम से अपने अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों और मातृ एवं शिशु देखभाल केंद्रों को दवाइयाँ उपलब्ध कराती है। FDA ने इन्हीं आपूर्तिकर्ताओं में से कुछ की जांच की। जांच के दौरान, दवा की आपूर्ति करने वाले सप्लायरों से उनके दवा स्टॉक की खरीद और बिक्री से संबंधित विस्तृत जानकारी मांगी गई, लेकिन उनके द्वारा संतोषजनक जानकारी नहीं दी गई।
सात सप्लायरों के खिलाफ मामला दर्ज
इस मामले में ड्रग इंस्पेक्टर सतीश चव्हाण ने जानकारी दी कि वालिव पुलिस स्टेशन में दवा सप्लायर मेसर्स प्राणिक एंटरप्राइजेज और छह अन्य सप्लायरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 318 (4), 336(3), 340(2), 278, 3(5) के साथ ही औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 की धारा 17 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।