मुंबई : पश्चिम रेलवे ने की यात्रियों की सुविधा के लिए स्मार्ट IP-बेस्ड स्पीकर्स लगाने की पहल
Western Railway takes initiative to install smart IP-based speakers for the convenience of passengers
By: Online Desk
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मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनें हर दिन लाखों यात्रियों को सफर कराती हैं। भीड़भाड़ और ट्रेनों की आवाज के बीच अक्सर प्लेटफॉर्म पर होने वाली घोषणाएं यात्रियों तक साफ नहीं पहुंच पातीं। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए पश्चिम रेलवे ने अब स्मार्ट IP-बेस्ड स्पीकर्स लगाने की पहल की है। खास बात यह है कि ये स्पीकर्स प्लेटफॉर्म पर मौजूद शोर और भीड़ के हिसाब से अपने आप वॉल्यूम एडजस्ट कर लेंगे।
मुंबई : मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनें हर दिन लाखों यात्रियों को सफर कराती हैं। भीड़भाड़ और ट्रेनों की आवाज के बीच अक्सर प्लेटफॉर्म पर होने वाली घोषणाएं यात्रियों तक साफ नहीं पहुंच पातीं। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए पश्चिम रेलवे ने अब स्मार्ट IP-बेस्ड स्पीकर्स लगाने की पहल की है। खास बात यह है कि ये स्पीकर्स प्लेटफॉर्म पर मौजूद शोर और भीड़ के हिसाब से अपने आप वॉल्यूम एडजस्ट कर लेंगे।
पश्चिम रेलवे के स्टेशनों पर पुराने स्पीकर्स की जगह स्मार्ट सिस्टम
अभी तक रेलवे स्टेशनों पर लगे पुराने हॉर्न और बॉक्स टाइप स्पीकर्स से घोषणाएं साफ सुनाई नहीं देती थीं। कई बार ट्रेन का हॉर्न या प्लेटफॉर्म पर यात्रियों का शोर इतना ज्यादा होता था कि आवाज दब जाती थी। लेकिन अब अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इन स्पीकर्स को बदलकर स्मार्ट सिस्टम लगाया जा रहा है।
कैसे काम करेंगे स्मार्ट स्पीकर्स?
वेस्टर्न रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक, IRTS के अनुसार, इन नए स्पीकर्स में नॉइज सेंसिंग माइक्रोफोन लगे होंगे। ये माइक्रोफोन लगातार आसपास के साउंड लेवल को मापते रहेंगे। जैसे ही ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंचेगी और शोर बढ़ेगा, घोषणा का वॉल्यूम अपने आप तेज हो जाएगा। रात में या जब भीड़ कम होगी, तो यह स्पीकर्स अपनी आवाज धीमी कर देंगे, ताकि यात्रियों को बिना अतिरिक्त शोर के जानकारी मिल सके। इस पूरी व्यवस्था को सेंट्रल कंट्रोल रूम से रियल टाइम में मॉनिटर और मैनेज किया जाएगा।
किन स्टेशनों पर हो रही है शुरुआत?
शुरुआत में यह सिस्टम मुंबई के सात प्रमुख स्टेशनों पर लगाया जा रहा है। इनमें शामिल हैं – मरीन लाइन्स, चर्नी रोड, ग्रांट रोड, लोअर परेल, प्रभादेवी, जोगेश्वरी, मालाड। इन सभी जगहों पर नेटवर्क-बेस्ड IP स्पीकर्स को ईथरनेट कनेक्शन से जोड़ा जाएगा, ताकि घोषणाओं में किसी तरह की गड़बड़ी को तुरंत सुधारा जा सके।
यात्रियों के लिए बड़ी राहत, भविष्य की स्मार्ट रेलवे की ओर कदम
यात्रियों का कहना है कि यह बदलाव बेहद जरूरी था। अभी तक भीड़ के कारण कई बार घोषणाएं सुनाई नहीं देती थीं, जिससे खासकर बुजुर्ग और नए यात्रियों को परेशानी होती थी। अब स्मार्ट स्पीकर्स इस समस्या का स्थायी समाधान साबित होंगे। यह तकनीक यात्रियों तक साफ और समय पर सूचना पहुंचाने में बड़ी मदद करेगी। यदि यह प्रयोग सफल साबित होता है, तो इसे धीरे-धीरे मुंबई के अन्य स्टेशनों और फिर देश के बाकी हिस्सों में भी लागू किया जाएगा। कुल मिलाकर, स्मार्ट स्पीकर्स की यह तकनीक मुंबई लोकल के सफर को और आसान, सुरक्षित और स्मार्ट बनाने जा रही है। अब यात्रियों को भीड़-भाड़ और ट्रेनों के शोर के बीच भी घोषणाएं साफ सुनाई देंगी। यह पहल भारतीय रेलवे के स्मार्ट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

