मुंबई : ईरानी गिरोह के दो सदस्य फर्जीवाड़ा करके धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार 

Mumbai: Two members of Irani gang arrested for fraud by forging documents

मुंबई : ईरानी गिरोह के दो सदस्य फर्जीवाड़ा करके धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार 

चारकोप पुलिस ने कुख्यात ईरानी गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस का फर्जीवाड़ा करके धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. चारकोप पुलिस के अनुसार, बुधवार सुबह करीब 11 बजे गश्त के दौरान, एक टीम ने कांदिवली पश्चिम के सेक्टर-9 स्थित स्वामी समर्थ मंदिर के पास जाल बिछाया और खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले आरोपियों को धर दबोचा. दोनों की पहचान ज़ाहेद जावेद अली जाफरी (42) और काबुल नौशाद अली (58) के रूप में हुई है, जो पास के कल्याण शहर के अंबिवली के निवासी हैं. उन्हें एक सोने की चेन और दिल्ली पुलिस के नकली पहचान पत्र के साथ पकड़ा गया.

मुंबई : चारकोप पुलिस ने कुख्यात ईरानी गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस का फर्जीवाड़ा करके धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. चारकोप पुलिस के अनुसार, बुधवार सुबह करीब 11 बजे गश्त के दौरान, एक टीम ने कांदिवली पश्चिम के सेक्टर-9 स्थित स्वामी समर्थ मंदिर के पास जाल बिछाया और खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले आरोपियों को धर दबोचा. दोनों की पहचान ज़ाहेद जावेद अली जाफरी (42) और काबुल नौशाद अली (58) के रूप में हुई है, जो पास के कल्याण शहर के अंबिवली के निवासी हैं. उन्हें एक सोने की चेन और दिल्ली पुलिस के नकली पहचान पत्र के साथ पकड़ा गया.
 
 
पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने कथित तौर पर पुलिस अधिकारी बनकर महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य राज्यों में लोगों को ठगने की बात कबूल की. पुलिस रिकॉर्ड से महाराष्ट्र के कालाचौकी, माहिम, दादर, दहिसर, धारावी, सांताक्रूज़, कल्याण, अंधेरी, विले पार्ले, मेघवाड़ी, गोरेगांव और नेहरूनगर पुलिस थानों और गुजरात के सूरत शहर के बारडोली में कई मामलों में उनकी संलिप्तता की पुष्टि हुई है. 
 
चारकोप पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया, "उनके खिलाफ धोखाधड़ी, छद्म नाम से पहचान पत्र बनाने और चोरी के कुल 25 मामले पहले ही दर्ज हैं. पुलिस ने दोनों के पास से फर्जी पुलिस पहचान पत्र और दो लाख रुपये कीमत की दो तोले की सोने की चेन भी बरामद की है." 
 
यह कार्रवाई पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) संदीप जाधव की देखरेख में की गई. कार्रवाई दल में वरिष्ठ निरीक्षक विनायक चव्हाण, निरीक्षक (अपराध) महेंद्र सूर्यवंशी और विलास शेल्के, सहायक निरीक्षक पाटिल, पवार और चारकोप पुलिस थानों के अन्य सदस्य शामिल थे. अधिकारी ने आगे कहा, "गिरोह के धोखाधड़ी वाले कामों का पूरा पता लगाने और ठगी गई संपत्ति की बरामदगी के लिए जांच जारी है."