मुंबई : समुद्र से कचरा हटाने के लिए रिमोट नाव; सोमवार से बधवार पार्क में तैनात होगी
Mumbai: Remote boat to remove garbage from sea; will be stationed at Badhwar Park from Monday

समुद्र से कचरा साफ करने के लिए मनपा ने दो आधुनिक रिमोट नाव खरीदी हैं। इन नाव की मदद से समुद्र में तैरते कचरे को मशीन की सहायता से इकट्ठा किया जाएगा। मनपा इन दो नाव का उपयोग बधवार पार्क और गेटवे ऑफ इंडिया के पास किया जाएगा। सोमवार से पहली नाव का उपयोग बधवार पार्क के समुद्र में उपयोग किया जाएगा। दूसरी नाव अगले सप्ताह के अंत तक गेटवे ऑफ इंडिया के पास समुद्र में तैनात की जाएगी।
मुंबई : समुद्र से कचरा साफ करने के लिए मनपा ने दो आधुनिक रिमोट नाव खरीदी हैं। इन नाव की मदद से समुद्र में तैरते कचरे को मशीन की सहायता से इकट्ठा किया जाएगा। मनपा इन दो नाव का उपयोग बधवार पार्क और गेटवे ऑफ इंडिया के पास किया जाएगा। सोमवार से पहली नाव का उपयोग बधवार पार्क के समुद्र में उपयोग किया जाएगा। दूसरी नाव अगले सप्ताह के अंत तक गेटवे ऑफ इंडिया के पास समुद्र में तैनात की जाएगी।
मुंबई की नदियों और नालों से बहकर आने वाला कचरा सीधे समुद्र में पहुंचता है, जिससे समुद्र का पानी प्रदूषित होता है और समुद्री किनारों की सुंदरता प्रभावित होती है। ग्रीन ट्रिब्यूनल, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और कोर्ट ने भी मनपा को इस कचरे को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने के आदेश दिए थे। मनपा ने तैरते हुए कचरे को समुद्र में जाने से रोकने के लिए 'ट्रैश बूम राफ्ट' सिस्टम का इस्तेमाल करीब तीन साल पहले पश्चिमी उपनगरों के छह नालों में से प्रत्येक में एक और मीठी नदी के तीन मुहाने पर इसका इस्तेमाल करना शुरू किया था। कचरा राफ्ट के जाल में फंस जाता है और ट्रैश बूम द्वारा उसे निकाल दिया जाता है। इससे कीचड़ और बहते हुए कचरे को समुद्र में जाने से रोका जा सकता है। ट्रैश बूम के साथ राफ्ट का इस्तेमाल जल्द ही पूर्वी उपनगरों के आठ नालों में किया जाएगा।
नाले में तैरते कचरे को हटाने के लिए जब ये उपाय किए जा रहे थे, तब मनपा के पास समुद्र में बहकर आ रहे कचरे को हटाने की कोई व्यवस्था नहीं थी। मनपा कचरा प्रबंधन विभाग ने इस कचरे को हटाने के लिए मानव रहित इलेक्ट्रिक नाव जैसी तकनीक अपनाने का फैसला किया। गेटवे ऑफ इंडिया और बधवार पार्क हमारे शहर के दो महत्वपूर्ण स्थान हैं और यहां बड़ी संख्या में पर्यटक और मुंबईकर आते हैं। इस क्षेत्र में समुद्र में बह रहे कचरे ने तट की सुंदरता को खतरे में डाल दिया और पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा रहा है। इसलिए इन दोनों जगहों पर मानव रहित रिमोट से नियंत्रित नावों का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया। पिछले कुछ वर्षों से गेटवे ऑफ इंडिया और बधवार पार्क क्षेत्रों में प्लास्टिक, शैवाल और समुद्र में तैरते कचरे की मात्रा बढ़ती जा रही है।