मुंबई : मुंबई सेंट्रल से विरार तक छह-लाइन नेटवर्क; कल्याण से आगे की यात्रा होगी आसान
Mumbai: Six-line network from Mumbai Central to Virar; travel from Kalyan onwards will be easy

मुंबई में रेलवे नेटवर्क का विस्तार जोर पकड़ रहा है। ग्रेटर मुंबई में रेलवे नेटवर्क का विस्तार करने के लिए नई रेलवे लाइनों के काम में तेजी लाई जा रही है। इसका उद्देश्य बोरीवली को विरार और कल्याण को कसारा से अधिक कुशलता से जोड़ना है। वर्तमान समय में बोरीवली को विरार से जोड़ने वाली पांचवीं और छठी लाइन, साथ ही कल्याण और कसारा के बीच तीसरी लाइन का विकास किया जा रहा है।
मुंबई : मुंबई में रेलवे नेटवर्क का विस्तार जोर पकड़ रहा है। ग्रेटर मुंबई में रेलवे नेटवर्क का विस्तार करने के लिए नई रेलवे लाइनों के काम में तेजी लाई जा रही है। इसका उद्देश्य बोरीवली को विरार और कल्याण को कसारा से अधिक कुशलता से जोड़ना है। वर्तमान समय में बोरीवली को विरार से जोड़ने वाली पांचवीं और छठी लाइन, साथ ही कल्याण और कसारा के बीच तीसरी लाइन का विकास किया जा रहा है। 29.32 हेक्टेयर वन भूमि पर पेड़ों को हटाने की हाल ही में दी गई मंजूरी इन परियोजनाओं के जल्द पूरा होने में एक महत्वपूर्ण कदम है। जिससे दो लाइनों पर चल रहे काम में तेजी आएगी। इसके शुरू होने से लोकल ट्रेन की स्पीड भी बढ़ेगी और यात्रियों का सफर आसान होगा।
कल्याण से आगे की यात्रा होगी आसान
इस परियोजना के तेजी से आगे बढ़ने से कल्याण से आगे लोकल ट्रेन की यात्रा आसान होने की उम्मीद है, क्योंकि मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के एक ही ट्रैक पर चलने से होने वाली देरी में कमी आएगी। इस विकास से न केवल लोकल ट्रेनों की गति बढ़ेगी बल्कि उनकी फेरी भी बढ़ेगी। खासतौर पर, कल्याण और कसारा के बीच एक अतिरिक्त लाइन का निर्माण नेटवर्क में 15 कोच वाली लोकल ट्रेनों को शामिल करने की दिशा में एक अहम कदम है।
इस प्रोजेक्ट में विरार के बीच लोकल और मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए पटरियों को अलग करना और उपनगरीय और लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए अलग-अलग लेन का भी प्रवाधान शामिल है। वन विभाग ने दी सशर्त अनुमति हालांकि कल्याण से कसारा तक के लिए 792 करोड़ रुपये की लागत वाली विस्तार योजना में प्राकृतिक पर्यावरण को संरक्षित करने के उपाय शामिल है। ठाणे में मुख्य वन संरक्षक ने सशर्त अनुमति दी है। जिसमें निर्माण गतिविधियों के दौरान जल स्रोतों की सुरक्षा करना अनिवार्य है। यह निर्देश ठाणे जिले के 17 गांवों की 16.54 हेक्टेयर भूमि को प्रभावित करेगा।