भायंदर : हादसों को दावत दे रहे हैं खुले चेंबर
Bhayander: Open chambers are inviting accidents

भायंदर (पूर्व) के गोल्डन नेस्ट सर्कल से गोल्डन नेस्ट सर्कल से साइलेंट पार्क तक खुले चेंबर हादसों को दावत दे रहे हैं। यही नहीं महीनों पहले फुटपाथ भी खोदकर छोड़ दिए जाने से लोहे के फैप्रम... में फंसकर लोग घायल हो रहे है, लेकिन मीरा-भायंदर मनपा प्रशासन व स्थानीय नेता बेखबर हैं इसलिए लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
भायंदर : भायंदर (पूर्व) के गोल्डन नेस्ट सर्कल से गोल्डन नेस्ट सर्कल से साइलेंट पार्क तक खुले चेंबर हादसों को दावत दे रहे हैं। यही नहीं महीनों पहले फुटपाथ भी खोदकर छोड़ दिए जाने से लोहे के फैप्रम... में फंसकर लोग घायल हो रहे है, लेकिन मीरा-भायंदर मनपा प्रशासन व स्थानीय नेता बेखबर हैं इसलिए लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। उल्लेखनीय है कि साइलेंट पार्क इमारत के पास की सड़कों पर अधूरी सीवर लाइन का कार्य लोगों के लिए खतरा बन गया है।
यहां महीनों पहले गटर चेंबर का फैप्रम... डालकर उसे अधूरा छोड़ दिया गया, लेकिन अब तक उस पर ढक्कन नहीं लगाया गया है। बता दें कि यह क्षेत्र वॉर्ड क्रमांक-१२ के अंतर्गत आता है और यहां से नगरसेवक डिंपल मेहता, अरविंद शेट्टी, हसमुख गहलोत तीनों बीजेपी से हैं। ये तीनों लोग कौन से बिल में छिपे हैं, किसी को पता नहीं। सिर्फ चुनाव के समय ही नजर आते हैं। बाकी समय जनता अपने भाग्य पर जीती है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह स्थिति बरसात से पहले सुधारी जानी चाहिए थी, लेकिन अब तक कार्य अधूरा पड़ा है। अंधेरे में यह खुले चेंबर और लोहे के फैप्रम लोगों को नजर नहीं आते, जिससे राहगीर इसमें गिरकर घायल हो रहे हैं।
अब तक कई बुजुर्ग और बच्चे चोटिल हो चुके हैं, लेकिन मनपा ने कोई संज्ञान नहीं लिया है। ये चेंबर एक हाथ गहरा है, लेकिन सड़कों पर बना यह जाल किसी बड़े खतरे से कम नहीं। बारिश के समय यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है, क्योंकि पानी से ये गड्ढे ढंक जाते हैं। गटर के साथ-साथ सड़क पर फैली निर्माण सामग्री, खासकर गिट्टियां और खुदाई का मलबा आम लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है। दोपहिया वाहन चालकों और पैदल चलनेवालों को रोजाना जोखिम उठाना पड़ता है। सड़क के किनारे फैली गिट्टियों से वाहन फिसलने की घटनाएं भी हो जाती हैं। छोटे बच्चों के लिए भी खतरा बढ़ा है।