मुंबई : आतंकी हमले पर मुस्लिम संगठनों का बड़ा बयान; कायराना हरकत को इंसानियत के खिलाफ बताया
Mumbai: Big statement by Muslim organizations on terrorist attack; termed cowardly act against humanity
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई और 17 घायल हो गए. इस भयावह हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ गई है और महाराष्ट्र में तो इस दर्द और गुस्से का असर साफ नजर आ रहा है. इस पर नेताओं और अभिनेताओं के साथ-साथ अलग-अलग संगठनों की ओर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. मुस्लिम संगठनों ने भी इस हमले का खुलकर इसका विरोध किया है.
मुंबई : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई और 17 घायल हो गए. इस भयावह हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ गई है और महाराष्ट्र में तो इस दर्द और गुस्से का असर साफ नजर आ रहा है. इस पर नेताओं और अभिनेताओं के साथ-साथ अलग-अलग संगठनों की ओर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. मुस्लिम संगठनों ने भी इस हमले का खुलकर इसका विरोध किया है. ऑल इंडिया सुन्नी जमीअतुल उलेमा के अध्यक्ष मौलाना सैयद मोइनुद्दीन अशरफ मोइन मियां और रजा अकादमी के अध्यक्ष अल्हाज मोहम्मद सईद नूरी ने इस कायराना हरकत को इंसानियत के खिलाफ बताया.
दोनों धार्मिक नेताओं ने सरकार से मांग की कि इस घिनौने कृत्य में शामिल आतंकियों को तत्काल पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई इस तरह का दुस्साहस न कर सके.' उन्होंने साथ ही देशवासियों से अपील की कि अमन, भाईचारा और एकता को कायम रखें और आतंक के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हों.
हमले की कड़ी निंदा करता हूं- देवेंद्र फडणवीस
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "मैं पहलगाम में हुए कायराना आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. इस घटना में मारे गए लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि. हम उनके परिवारों और प्रियजनों के दुख में शामिल हैं."
उम्मीद है ठोस जवाब दिया जाएगा- आदित्य ठाकरे
शिवसेना नेता और विधायक आदित्य ठाकरे ने भी इस हमले पर दुख जताते हुए कहा, 'यह खबर चौंकाने वाली और दर्दनाक है. हम उम्मीद करते हैं कि ऐसे कायराना हमलों की न केवल निंदा की जाएगी, बल्कि हमारी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा के लिए ठोस जवाब भी दिया जाएगा.' विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने इस हमले को धार्मिक आधार पर की गई हत्या करार दिया और कहा, 'आतंकवादियों ने धर्म पूछकर लोगों की जान ली. ऐसे लोगों को और उनकी मदद करने वालों को भी कठोर सजा मिलनी चाहिए. अगर पर्यटकों को सुरक्षा नहीं मिली तो अनुच्छेद 370 हटाने का कोई अर्थ नहीं बचेगा.'

