नागपुर हिंसा में मारे गए इरफान अंसारी के परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई
Financial assistance of Rs 5 lakh was given to the family of Irfan Ansari who was killed in Nagpur violence

नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर चल रहे विवाद के बाद भड़की हिंसा के पीड़ितों को राहत मिलना शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने शहर के दंगा पीड़ितों के बैंक खातों में राहत राशि हस्तांतरित करना शुरू कर दिया है। हिंसा में मारे गए इरफान अंसारी के परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई।
नागपुर: नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर चल रहे विवाद के बाद भड़की हिंसा के पीड़ितों को राहत मिलना शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने शहर के दंगा पीड़ितों के बैंक खातों में राहत राशि हस्तांतरित करना शुरू कर दिया है। हिंसा में मारे गए इरफान अंसारी के परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई।
राज्य की महायुति सरकार ने कुल 12.15 लाख रुपए की सहायता प्रदान की है। इसमें मकान को हुए नुकसान के लिए 20,000 रुपए तथा जली हुईं दो क्रेनों के लिए 1 लाख रुपए शामिल हैं। जिला प्रशासन ने शुक्रवार को ही प्रभावित लोगों के बैंक खातों में सरकारी सहायता राशि जमा करना शुरू कर दिया था।
66 वाहन हुए थे क्षतिग्रस्त
नागपुर के महल और भालदारपुरा इलाकों में हुई हिंसा में चौपहिया और दोपहिया वाहनों सहित 66 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। इसमें दोपहिया वाहनों के लिए 10,000 रुपये और चौपहिया वाहनों के लिए 50,000 रुपये की सहायता प्रदान की गई। हिंसा के कुल 70 पीड़ितों को सरकार द्वारा सहायता प्रदान की गई।
ब्रजेशकुमार चांडक को 20,000 रुपये और शिखा अग्रवाल व हर्षल घाटे को भी उनकी दुकान को हुए नुकसान के लिए 10-10 हजार रुपये दिए गए। एनसीसी लिमिटेड की 2 क्रेनों में आग लगा दी गई थी। कंपनी को 1 लाख रुपए की सहायता दी गई। सरकार ने केवल एक घायल व्यक्ति को 5,000 रुपये की सहायता प्रदान की है।
आरोपी के मकान को गिराने का नोटिस जारी
इधर इस मामले में पुलिस ने भी अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। हिंसा और दंगे में अहेफाज अफसर खान को आरोपी बनाया गया और गणेशपेठ पुलिस में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया। अब दंगे में आरोपी के भाई शाहबाज खान पर मनपा ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मनपा द्वारा मृत पिता के नाम पर मकान के निर्माण को अवैध करार देते हुए उसे गिराने के लिए नोटिस जारी किया गया।
हालांकि कोर्ट ने तोड़फोड़ की कार्रवाई पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। नागपुर हिंसा के मामले में बांग्लादेशी कनेक्शन भी सामने आया था। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया था। हिंसा में बांग्लादेशी कनेक्शन वाले एंगल से भी पुलिस जांच करी रही हैं।