विरार : 3 माह के बच्चे के अपहरण मामले में बड़ी सफलता

Virar: Major breakthrough in 3-month-old baby kidnapping case;

विरार : 3 माह के बच्चे के अपहरण मामले में बड़ी सफलता

विरार स्थित मांडवी पुलिस को 3 माह के बच्चे के अपहरण मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने बिहार के नालंदा जिले से एक महिला को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. आरोपी महिला को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.

विरार : विरार स्थित मांडवी पुलिस को 3 माह के बच्चे के अपहरण मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने बिहार के नालंदा जिले से एक महिला को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. आरोपी महिला को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. मांडवी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय हजारे ने बताया कि 18 फरवरी (2025) को तीन महीने के बच्चे के अपहरण की शिकायत दर्ज की गई थी. 

 

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पीड़ित पिता नबीउल्लाह हमीदुल्लाह चौधरी (38) ने बताया कि 18 फरवरी को उसकी रिश्तेदार, जो उसके साले की पत्नी थी, उनके बेटे को बाहर खेलने के लिए ले गई थी. लेकिन वह बच्चे को लेकर वापस नहीं लौटी. शिकायत मिलने पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज किया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी महिला की तलाश शुरू की.  

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सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग
पुलिस ने मामले की जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिनमें महिला को बच्चे को ले जाते हुए देखा गया. पुलिस को जांच में पता चला कि महिला बिहार के नालंदा जिले में छिपी हुई थी. इसके बाद एक विशेष टीम को नालंदा भेजा गया, जहां पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया और बच्चे को बरामद कर लिया. 

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प्रेमी संग नई जिंदगी बसाने के लिए रची साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी महिला शादीशुदा थी और उसके पहले से तीन बच्चे थे. लेकिन वह नालंदा जिले के सरमेरा निवासी 18 वर्षीय युवक से प्रेम संबंध में थी. महिला 36 साल की थी, और उम्र के बड़े अंतर के कारण वह अपने प्रेमी के साथ नई जिंदगी शुरू करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार थी.  उसने अपने प्रेमी को यह विश्वास दिला दिया कि अपहृत बच्चा उसी का है. इसके बाद वह प्रेमी के साथ बिहार में रहने लगी. जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो उसने दावा किया कि वह बच्चे की असली मां है. पुलिस ने महिला को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. वहीं, बच्चे को सुरक्षित उसके माता-पिता को सौंप दिया गया. पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है.

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