...अब दूध में मिलावट करने वालों की खैर नहीं - उपमुख्यमंत्री अजित पवार
...Now there will be no mercy for those who adulterate milk - Deputy Chief Minister Ajit Pawar
उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने विधानसभा में कहा कि नागरिकों को गाय-भैंस का शुद्ध दूध मिले इस बात को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। इसलिए राज्य सरकार दूध में मिलावट रोकने और मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए खाद्य और औषधि प्रशासन को अत्याधुनिक तकनीक, मशीनरी और पर्याप्त जनशक्ति उपलब्ध कराने के लिए जरूरी धनराशि देगी, ऐसा आश्वासन भी उन्होंने दिया है।
मुंबई: दूध में मिलावट करने वालों के खिलाफ अब महाराष्ट्र की महायुति सरकार सख्त होने जा रही है। सरकार ने दूध में मिलावट जैसे अनैतिक और अमानवीय कृत्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का मूड बना लिया है। इसके लिए सरकार संबंधित विभागों को पर्याप्त धनराशि देकर मजबूत बनाने जा रही है।
उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने विधानसभा में कहा कि नागरिकों को गाय-भैंस का शुद्ध दूध मिले इस बात को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। इसलिए राज्य सरकार दूध में मिलावट रोकने और मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए खाद्य और औषधि प्रशासन को अत्याधुनिक तकनीक, मशीनरी और पर्याप्त जनशक्ति उपलब्ध कराने के लिए जरूरी धनराशि देगी, ऐसा आश्वासन भी उन्होंने दिया है।
बता दें कि दूध मिलावट की समस्या की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने पहले ही दोषियों को फांसी की सजा देने का कानून बनाया था। इस कानून को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा गया है। इस बारे में अजित पवार ने विधानसभा में कहा कि दूध मिलावट के अपराध में फांसी की सजा को राष्ट्रपति कार्यालय ने तुलनात्मक रूप से बहुत बड़ी सजा माना होगा, शायद इस वजह से इस पर अभी तक राष्ट्रपति की मंजूरी नहीं मिली है।
राज्य सरकार का यह मानना है कि दूध में किसी भी प्रकार की मिलावट नहीं होनी चाहिए और ग्राहकों को शुद्ध और मिलावट रहित दूध मिलना चाहिए। लेकिन मौजूदा समय में दूध उत्पादकों को उनके दूध का अच्छा-खासा दाम मिलने लगा है।
इसके बाद भी झुग्गी-झोपड़ी वाली बस्तियों सहित कुछ अन्य जगहों पर कुछ लोग मिलावट कर रहे हैं। महंगे ब्रांड के दूध के पैकेटों में इंजेक्शन आदि से दूषित पानी मिलाया जा रहा है। ऐसे मिलावटी दूध से जानलेवा बीमारियां बढ़ सकती हैं। राज्य सरकार इस पर अत्यंत कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है.
विधानसभा सदस्यों के दूध में मिलावट से संबंधित प्रश्न का उत्तर देते हुए अजित पवार ने सदन को सरकार की योजना जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वित्त मंत्री की अध्यक्षता में तथा संबंधित मंत्रियों की उपस्थिति में खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग की बैठक की जाएगी। दूध मिलावट रोकने के लिए एफडीए को आवश्यक जनशक्ति, मशीनरी, अत्याधुनिक तकनीक उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक धनराशि प्रदान की जाएगी। दूध मिलावट रोकने की प्रक्रिया में कुछ कमियां रह गई हों तो उन्हें दूर किया जाएगा।

