मराठा आरक्षण मुद्दे को लेकर था 23 वर्षीय शख्स परेशान... जहर खाकर दी जान !
23 year old man was upset over Maratha reservation issue... committed suicide by consuming poison!
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे ने राज्य सरकार को 24 दिसंबर तक आरक्षण घोषित करने की नई समय सीमा दी है। उन्होंने मराठा युवाओं से शांतिपूर्वक आरक्षण के लिए लड़ने और अतिवादी कदम न उठाने की अपील की थी।
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर में मराठा आरक्षण के मुद्दे को लेकर 23 वर्षीय युवक ने कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित दाजीबा रामदास कदम मार्लक गांव के रहने वाले हैं। वह किसी काम से शहर आया था और 11 नवंबर को जेंडा चौक इलाके में उसने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।
दाजीबा को बेहोशी की हालत में पाया गया और तुरंत उसके रिश्तेदारों को सूचित किया गया। इसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान 12 नवंबर को उसकी मौत हो गई। पुलिस को पीड़ित व्यक्ति के पास से एक नोट भी बरामद हुआ, जिसमें उसने लिखा था, 'यह मेरे लिए सरकारी नौकरी का सवाल है। 'एक मराठा, लाख मराठा'। पुलिस ने भाग्यनगर थाने में दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र में 30 प्रतिशत से अधिक आबादी वाले मराठा शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहे हैं। मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे ने राज्य सरकार को 24 दिसंबर तक आरक्षण घोषित करने की नई समय सीमा दी है। उन्होंने मराठा युवाओं से शांतिपूर्वक आरक्षण के लिए लड़ने और अतिवादी कदम न उठाने की अपील की थी।

