प्रकाश अंबेडकर के औरंगजेब के मकबरे पर जाने के बाद बदली राजनीतिक दलों की भाषा, AIMIM नेता जलील का दावा
Language of political parties changed after Prakash Ambedkar's visit to Aurangzeb's tomb, claims AIMIM leader Jalil....
AIMIM सांसद इम्तियाज जलील ने दावा किया कि वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) के नेता प्रकाश अंबेडकर के औरंगजेब के मकबरे पर जाने के बाद राजनीतिक दलों की भाषा बदली है। उन्होंने औरंगजेब की मजार पर अंबेडकर की यात्रा का समर्थन किया।
महाराष्ट्र में लगातार हो रही सामुदायिक हिंसा को लेकर AIMIM सांसद इम्तियाज जलील ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) के नेता प्रकाश अंबेडकर के औरंगजेब के मकबरे पर जाने के बाद राजनीतिक दलों की भाषा बदली है...Language of political parties changed after Prakash Ambedkar's visit to Aurangzeb's tomb, claims AIMIM leader Jalil....
मंगलवार को यहां पत्रकारों से बात करते हुए जलील ने दावा किया कि जब वह मुगल बादशाह के मकबरे पर गए थे तो राजनीतिक भाषा अलग थी। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के कु हिस्सों में औरंगजेब की तस्वीर सोशल मीडिया पोस्ट करने को लेकर हिंसा हुई थी।
अंबेडकर के कदम का किया समर्थन
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता जलील ने यहां औरंगजेब के मकबरे पर जाने के अंबेडकर के कदम का समर्थन किया। औरंगाबाद से लोकसभा सदस्य ने कहा, 'जब हम औरंगजेब के कब्र पर गए तो अन्य राजनीतिक दल जिस भाषा का इस्तेमाल करते थे, वह आज बदल गई है। तब उन्होंने हंगामा किया था। अब यह कहा जा रहा है कि अंबेडकर को संविधान के तहत अधिकार प्राप्त है। मैं कहना चाहता हूं कि हर किसी को वह करने का अधिकार है जो वह करना चाहता है, जहां चाहे वहां जा सकता है। यह संविधान की सुंदरता है....Language of political parties changed after Prakash Ambedkar's visit to Aurangzeb's tomb, claims AIMIM leader Jalil....

मकबरे पर जाने के पीछे अंबेडकर की मंशा क्या?
इम्तियाज जलील ने दावा किया कि भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की अब 'हत्या' की जा रही है। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने औरंगजेब की मजार पर अंबेडकर की यात्रा का समर्थन किया? इस पर जलील ने कहा, 'हां इसका समर्थन किया जा सकता है। वह वहां जाना चाहते थे। मैं उन लोगों से कहता हूं जो यात्रा का विरोध कर रहे हैं कि यह छत्रपति शिवाजी की शिक्षा है। जो लोग इसका विरोध करते हैं वे नहीं जानते कि छत्रपति शिवाजी महान क्यों थे...Language of political parties changed after Prakash Ambedkar's visit to Aurangzeb's tomb, claims AIMIM leader Jalil....
जलील ने कहा कि वह नहीं जानते कि मकबरे पर जाने के पीछे अंबेडकर की मंशा क्या थी, लेकिन वह जानते हैं कि संरचना केंद्र सरकार के पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित है।
75 साल में नहीं मनाई गई औरंगजेब की जयंती
जलील ने कहा कि मुझे 75 साल में एक ऐसा किस्सा बताएं जब औरंगजेब की जयंती मनाई गई हो या मुस्लिम समुदाय द्वारा फोटो फ्लैश किए गए हों। भाजपा सत्ता में आई और अचानक औरंगजेब का नाम आ गया। जलील ने दावा किया कि 'जहर बोने का काम' अब जारी था। उन्होंने कहा कि अगर सदियों पहले कुछ गलत हुआ है तो आप आज बदला नहीं ले सकते.....Language of political parties changed after Prakash Ambedkar's visit to Aurangzeb's tomb, claims AIMIM leader Jalil....

