ब्रिटेन में हिंदू छात्रों पर बढ़ रहा है अत्याचार... माथे पर तिलक लगाने पर भी करते है टॉर्चर

Atrocities on Hindu students are increasing in Britain… Torture is done even after applying Tilak on the forehead

ब्रिटेन में हिंदू छात्रों पर बढ़ रहा है अत्याचार... माथे पर तिलक लगाने पर भी करते है टॉर्चर

संस्था ने कहा कि यह रिपोर्ट ब्रिटेन के स्कूलों में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ते भेदभाव को रेखांकित करती है. सर्वे में शामिल 51 फीसदी हिंदू अभिभावकों ने कहा है कि उनके बच्चे ने स्कूल में हिंदू विरोधी नफरत का सामना किया है. यह रिपोर्ट स्कूलों में हिंदुओं के अनुभव के बारे में अधिक जागरूकता व समझ पैदा करने तथा दूसरे तरह के संभावित पूर्वाग्रहों पर और शोध किए जाने की आवश्यकता को रेखांकित करती है. यह ऐसी घटनाओं का पता लगाने के लिए अधिक विशिष्ट और सटीक इनर्फोमेंसन सिस्टम की जरूरत है. ब्रिटेन के स्कूलों में 16 साल की उम्र तक धार्मिक शिक्षा (RI) अनिवार्य है.

ब्रिटेन : ब्रिटेन में स्थित एक संस्था ने बुधवार (19 अप्रैल) के एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें देश के स्कूलों में हिंदू-विरोधी नफरत फैलने को लेकर आगाह किया गया है. इस रिपोर्ट में कुछ घटनाओं के उदाहरण दिए गए है, जिनमें हिंदुओं को इस्लाम अपनाने के लिए परेशान किए जाने समेत अलग-अलग घटनाओं का जिक्र है. अभिभावकों ने माना है कि उनके बच्चे के माथे पर तिलक होने की वजह से परेशान किया जाता है.

उन पर बीफ फेंका जाता है. आतंकवाद रोधी संस्था हैनरी जैक्सन सोसाइटी ने स्कूलों में हिंदू-विरोधी नफरत से जुड़े रिपोर्ट में कहा है कि जिन हिंदू अभिभावकों से बातचीत की गई, उनमें से 51 फीसदी ने बताया कि उनके बच्चे को हिंदू-विरोधी नफरत का सामना करना पड़ा है. स्टडी में शामिल कुछ प्रतिभागियों ने कहा है कि हिंदू धर्म की शिक्षा के मामले में भी हिंदू छात्रों के साथ धार्मिक भेदभाव किया जा रहा है.

संस्था ने कहा कि यह रिपोर्ट ब्रिटेन के स्कूलों में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ते भेदभाव को रेखांकित करती है. सर्वे में शामिल 51 फीसदी हिंदू अभिभावकों ने कहा है कि उनके बच्चे ने स्कूल में हिंदू विरोधी नफरत का सामना किया है. यह रिपोर्ट स्कूलों में हिंदुओं के अनुभव के बारे में अधिक जागरूकता व समझ पैदा करने तथा दूसरे तरह के संभावित पूर्वाग्रहों पर और शोध किए जाने की आवश्यकता को रेखांकित करती है. यह ऐसी घटनाओं का पता लगाने के लिए अधिक विशिष्ट और सटीक इनर्फोमेंसन सिस्टम की जरूरत है. ब्रिटेन के स्कूलों में 16 साल की उम्र तक धार्मिक शिक्षा (RI) अनिवार्य है.

ब्रिटेन में यह रिपोर्ट सूचना की स्वतंत्रता के तहत देशभर के 1,000 स्कूलों से मांगी गई जानकारी और स्कूली बच्चों के अनुभव के बारे में 988 माता-पिता से की गई बातचीत पर आधारित है. रिपोर्ट जारी करने से संबंधित कार्यक्रम में सांसद संदीप वर्मा ने कहा कि इस रिपोर्ट ने एक अहम मुद्दे की ओर ध्यान आकर्षित किया है. अगर हमारे बच्चे स्कूल जाने से डरने लगे, तो यह स्वीकार नहीं किया जाएगा. भले ही वह किसी भी आस्था में विश्वास रखते हैं. रिपोर्ट की लेखिका कार्लोट लिटिलवुड ने जानकारी दी कि पिछले साल अगस्त के आखिर में दुबई में एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हुआ था. इसके बाद लीसेस्टर में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच हिंसा भी भड़की थी.

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