मुंबई की लोकल ट्रेन से लोगों का लगाव कम, २० प्रतिशत की गिरावट...
People's attachment to Mumbai's local train is low, 20 percent decline...
मध्य रेलवे के आंकड़ों के अनुसार, २०२० में औसतन ४१.४७ लाख लोगों ने रोजाना लोकल ट्रेनों से यात्रा की और वित्त वर्ष २०२३ में यह आंकड़ा ६.०९ लाख घटकर ३५.३८ लाख रह गया। इसी तरह पश्चिम रेलवे ने वित्त वर्ष २०२० में प्रतिदिन ३४.८७ लाख यात्रियों को यात्रा कराई थी लेकिन वित्त वर्ष २०२३ में यात्रियों की संख्या ८.३० लाख घटकर २६.५७ लाख रह गई। कुल मिलाकर सेंट्रल और वेस्टर्न में संयुक्त रूप से १४.३९ लाख यात्रियों की दैनिक गिरावट देखी गई है। यात्रियों की यह गणना टिकटों की बिक्री और स्टेशनों पर यात्रियों की औसत संख्या पर आधारित है।
मुंबई : मुंबई की लाइफलाइन कही जानेवाली इसी ‘लोकल’ ट्रेन से लोगों का लगाव अब कम हो गया है। कोविड महामारी के बाद लोकल ट्रेनों की सेवाओं का लाभ उठानेवाले यात्रियों की संख्या में प्रतिदिन लगभग २० प्रतिशत की भारी गिरावट देखी जा रही है। १४.३९ लाख यात्री वेस्टर्न और सेंट्रल लाइन पर कम हुए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, महामारी-प्रेरित दूरस्थ कार्य और ट्रांसपोर्ट के नए तरीके तथा निजी वाहनों ने लोकल ट्रेनों का भार कम कर दिया है।
मध्य रेलवे के आंकड़ों के अनुसार, २०२० में औसतन ४१.४७ लाख लोगों ने रोजाना लोकल ट्रेनों से यात्रा की और वित्त वर्ष २०२३ में यह आंकड़ा ६.०९ लाख घटकर ३५.३८ लाख रह गया। इसी तरह पश्चिम रेलवे ने वित्त वर्ष २०२० में प्रतिदिन ३४.८७ लाख यात्रियों को यात्रा कराई थी लेकिन वित्त वर्ष २०२३ में यात्रियों की संख्या ८.३० लाख घटकर २६.५७ लाख रह गई। कुल मिलाकर सेंट्रल और वेस्टर्न में संयुक्त रूप से १४.३९ लाख यात्रियों की दैनिक गिरावट देखी गई है। यात्रियों की यह गणना टिकटों की बिक्री और स्टेशनों पर यात्रियों की औसत संख्या पर आधारित है।

