पूर्व उद्योग मंत्री भूषण देसाई ने थामा शिवसेना का दामन : जो भी वाशिंग मशीन में कूदना चाहे वह कूदे - आदित्य ठाकरे

Former Industries Minister Bhushan Desai joins Shiv Sena: Whoever wants to jump in the washing machine should jump - Aditya Thackeray

पूर्व उद्योग मंत्री भूषण देसाई ने थामा शिवसेना का दामन : जो भी वाशिंग मशीन में कूदना चाहे वह कूदे - आदित्य ठाकरे

आदित्य ठाकरे ने कहा कि, सुभाष देसाई के बेटे भूषण देसाई यूबीटी (गुट) के सक्रिय सदस्य नहीं हैं, लेकिन उनके पिता सुभाष देसाई कई सालों से हमारे साथ हैं। जो भी वाशिंग मशीन में कूदना चाहता है वह कूद सकता है। शिवसेना में शामिल होने के बाद भूषण देसाई ने कहा कि, बालासाहेब मेरे भगवान हैं। एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के विकास और बालासाहेब के विचारों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। मैंने उनका काम देखा है। उनके काम करने का तरीका भी जानता हूं।

मुंबई :  महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी नेता और पूर्व उद्योग मंत्री सुभाष देसाई के बेटे भूषण देसाई ने सीएम एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में प्रवेश किया। यह ठाकरे गुट को बड़ा झटका माना जा रहा है। इस घटना पर अब आदित्य ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जो भी वाशिंग मशीन में कूदना चाहता है वह कूद सकता है।

आदित्य ठाकरे ने कहा कि, सुभाष देसाई के बेटे भूषण देसाई यूबीटी (गुट) के सक्रिय सदस्य नहीं हैं, लेकिन उनके पिता सुभाष देसाई कई सालों से हमारे साथ हैं। जो भी वाशिंग मशीन में कूदना चाहता है वह कूद सकता है। शिवसेना में शामिल होने के बाद भूषण देसाई ने कहा कि, बालासाहेब मेरे भगवान हैं। एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के विकास और बालासाहेब के विचारों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। मैंने उनका काम देखा है। उनके काम करने का तरीका भी जानता हूं।

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इसलिए उनके साथ काम करने का फैसला किया है। भूषण ने स्पष्ट किया कि उन्होंने अपने पिता सुभाष देसाई को अपने फैसले के बारे में पहले ही बता दिया था। उन्होंने कहा कि मेरे पिता की राजनीतिक भूमिका हो सकती है। हालांकि, मेरा खुद का एक अलग राजनीतिक रुख हो सकता है। वहीं, सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि, “कई सालों तक मुंबई में उनकी (उद्धव ठाकरे) सत्ता थी लेकिन वो कुछ नहीं कर पाए। हम बालासाहेब के विचारों के साथ चल रहे हैं। हम जो काम कर रहे थे, उससे भूषण देसाई प्रभावित हुए। इसके बाद उन्होंने पार्टी में काम करने की इच्छा जताई। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि भूषण ने कामकाजी लोगों के साथ रहने का फैसला किया है।

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