भारतीय सेना को हथियार एवं बारूद सप्लाई करने वाली कंपनी पर सायबर अटैक
Cyber attack on the company supplying arms and ammunition to the Indian Army
देश में हैकर्स तमाम वेबसाइट्स को हैक करके गुप्त जानकारियां हासिल कर ले रहे हैं। अब खबर आ रही है कि हैकरों ने भारतीय सेना को हथियार एवं बारूद सप्लाई करने वाली कंपनी पर सायबर अटैक करके डेटा को ही हैक कर लिया है, जिससे भारतीय सेना की सुरक्षा भी खतरे में आ गई है।
नागपुर : देश में हैकर्स तमाम वेबसाइट्स को हैक करके गुप्त जानकारियां हासिल कर ले रहे हैं। अब खबर आ रही है कि हैकरों ने भारतीय सेना को हथियार एवं बारूद सप्लाई करने वाली कंपनी पर सायबर अटैक करके डेटा को ही हैक कर लिया है, जिससे भारतीय सेना की सुरक्षा भी खतरे में आ गई है। बताया जा रहा है कि कंपनी से जुड़े संवेदनशील डेटा ऑनलाइन बाजार में सेल के लिए रख दिए गए हैं। हैकर का दावा है कि उसने कंपनी के नागपुर सर्वर से २ टीबी डेटा चुरा लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, जो जानकारियां चुराई गई हैं, उनमें पिनाका रॉकेट्स, ब्रह्मोस, आकाश, कई वॉरहेड्स, माइन्स, बम और अन्य संवेदनशील रक्षा उपकरण से जु़ड़ी सूचनाएं, ड्राइंग्स, इंजीनियरिंग फॉर्मूले और ऑडिट्स हैं। हालांकि, कंपनी की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन यह डेटा लीक की खबर की पुष्टि बंगलुरु बेस्ड साइबर सिक्योरिटी फर्म क्लाउड सेक ने कर दी है।
यह कंपनी साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी घटनाओं पर नजर रखती है। रिपोर्ट के मुताबिक ब्लैक वैâट या अल्फा वी नाम के हैकर्स ग्रुप ने सोलार इंडस्ट्रीज लिमिटेड पर यह रैनसमवेयर अटैक किया है। इस अटैक से चुराई गई जानकारियों में से कुछ को डार्कनेट पर सेल के लिए डाल दिए जाने की बात सामने आ रही है।
रिपोर्ट यह भी सामने आ रही है कि हथियारों की सप्लाई चेन से जुड़ी जानकारियों के साथ कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़े अहम पद पर बैठे लोगों की निजी जानकारियां भी चुरा ली गई हैं। नागपुर सिटी सायबर पुलिस स्टेशन में केस रजिस्टर्ड कर लिया गया है। अब यह केस केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो को सौंपने की तैयारी की जा रही है।
ये मामला सामने आने के बाद रक्षा मंत्रालय के सीनियर अफसर, गृह मंत्रालय के अधिकारी और इंटेलिजेंस एजेंसियों के अधिकारी नागपुर में जुट चुके हैं और इससे जुड़ी सारी जानकारियों का जायजा ले रहे हैं। कंपनी अधिकारियों को इस हैकिंग के बारे में जानकारी २१ जनवरी को मिली थी। उन्हें धमकी दी गई थी कि उनके अहम डेटा हैक कर लिए गए हैं और जल्दी ही इन्हें बेचा जाएगा। इसके बाद कंपनी ने तुरंत सिक्योरिटी एजेंसियों को इसकी सूचना दे दी।

