नवी मुंबई में विगत चार दिन से बढ़ा प्रदूषण... बिगड़ी हवा की गुणवत्ता खतरनाक!

Pollution has increased in Navi Mumbai since last four days... Air quality is dangerous!

नवी मुंबई में विगत चार दिन से बढ़ा प्रदूषण... बिगड़ी हवा की गुणवत्ता खतरनाक!

नवी मुंबई में प्रदूषण की मात्रा में भारी इजाफा हुआ है। जिसकी वजह से नवी मुंबई में हवा की गुणवत्ता खतरनाक हो गई है। खराब हवा की वजह से नवी मुंबई में सर्दी, खांसी, आंख और सांस से संबंधित मरीजों की संख्या 40 प्रतिशत तक पहुंच गई है। शहर की दूषित हवा गंभीर बीमारियों वाले मरीजों के लिए खतरा साबित हो सकती है। ऐसा चिकित्सकों का कहना हैं।

नवी मुंबई : विगत चार दिन से नवी मुंबई में प्रदूषण की मात्रा में भारी इजाफा हुआ है। जिसकी वजह से नवी मुंबई में हवा की गुणवत्ता खतरनाक हो गई है। खराब हवा की वजह से नवी मुंबई में सर्दी, खांसी, आंख और सांस से संबंधित मरीजों की संख्या 40 प्रतिशत तक पहुंच गई है। शहर की दूषित हवा गंभीर बीमारियों वाले मरीजों के लिए खतरा साबित हो सकती है। ऐसा चिकित्सकों का कहना हैं।

गौरतलब है कि शुद्ध हवा की गुणवत्ता के लिए हवा में एक्यूआई की संख्या शून्य से 50 होनी चाहिए, लेकिन नवी मुंबई में यह संख्या 208 तक पहुंच गया है। जो भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, नागरिकों स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। इस तरह की खतरनाक हवा की वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है।

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इसके अलावा यह हवा अंतड़ियों और दिन के लिए भी खतरनाक साबित होती है। अस्थमा के मरीजों के लिए यह हवा जानलेवा बन सकता है। नवी मुंबई हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर है, इसलिए गंभीर बीमारियों वाले मरीजों को सावधानी बरतनी चाहिए।

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मौसम के विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों के मौसम में और विशेष रूप से नवी मुंबई जैसे तटीय क्षेत्रों और आसपास के शहरों में एक अलग वातावरण है। यहां की हवा में काफी धूल है, जब यह धूल वायरस और बैक्टीरिया के संपर्क में आती है तो यह संक्रमण को ले जाने वाले तैरते गुब्बारे की तरह काम करती है। ठंडी के मौसम में धूल और धुएं के कारण हवा में वायरल लोड बढ़ जाता है, जो नाक से होते हुए फेफड़ों तक जाकर इंसान को बीमार कर देता है। इसकी वजह से अस्थमा, सीओपीडी और अन्य एलर्जी रोगों में अचानक इजाफा हो जाता है। नवी मुंबई में बड़ी संख्या में पेड़ काटे जा रहे हैं। भौगोलिक क्षेत्र भी घट रहा है और बड़ी मात्रा में निर्माण बढ़ रहे हैं। इससे धूल के कण हवा में अच्छी तरह मिल रहे हैं। जिसकी वजह से हवा की गुणवत्ता दिनों-दिन खराब हो रही है।
नवी मुंबई महानगरपालिका और कंपनियों को किया सतर्क
नवी मुंबई की बिगड़ती हवा को लेकर महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल सतर्क होकर काम कर रहा है। इस संबंध में मंडल के अधिकारियों ने हाल ही में नवी मुंबई महानगरपालिका के अधिकारियों, ठाणे-बेलापुर एमआईडीसी क्षेत्र की कंपनियों के प्रतिनिधियों और कांक्रिट का प्लांट चलाने वालों के साथ बैठक की। जिसमें मंडल के अधिकारियों ने हवा में फैल रही धूल और धुएं को नियंत्रित करने का सुझाव देते हुए इस संबंध में सतर्क रहने के लिए कहा है। मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदूषण को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
हवा की खराब गुणवत्ता नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। इससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है, थकान महसूस हो सकती है। अस्थमा के मरीजों के लिए यह बड़ा खतरा हो सकता है। इस तरह की हवा से बचने के लिए नागरिकों को मास्क पहनना चाहिए और ठंडे तापमान से बचना चाहिए। मरीजों को रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए फलों का सेवन करना चाहिए। 

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