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गृह मंत्री अमित शाह महाराष्ट्र और कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों से 14 दिसंबर को करेंगे मुलाकात - राकांपा
Home Minister Amit Shah to meet Chief Ministers of Maharashtra and Karnataka on December 14 - NCP
गृह मंत्री अमित शाह महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच जारी सीमा विवाद को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से 14 दिसंबर को मुलाकात करेंगे। राकांपा नेता अमोल कोल्हे ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अमोल कोल्हे ने यहां महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (एमवीए) के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ शाह से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से यह बात कही।
नयी दिल्ली : गृह मंत्री अमित शाह महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच जारी सीमा विवाद को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से 14 दिसंबर को मुलाकात करेंगे। राकांपा नेता अमोल कोल्हे ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अमोल कोल्हे ने यहां महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (एमवीए) के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ शाह से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से यह बात कही। प्रतिनिधिमंडल सीमा विवाद पर अपनी शिकायत से अवगत कराने के लिए शाह से मिला।
एमवीए प्रतिनिधिमंडल ने शाह से महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और कुछ अन्य भाजपा नेताओं द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज का कथित तौर पर ‘अपमानजनक संदर्भ’ देने की भी शिकायत की। महाराष्ट्र के शिरुर से लोकसभा सदस्य कोल्हे ने कहा, ‘‘गृहमंत्री ने हमारी बातों को संयम के साथ सुना और एमवीएम सांसदों को भरोसा दिया कि वह 14 दिसंबर को महाराष्ट्र एवं कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे ताकि इस समस्या का सौहार्द्रपूर्ण समाधान निकल सके।’’
एमवीए के सांसदों ने बृहस्पतिवार को शाह को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद से हिंसा भड़क सकती है और उन्होंने शाह से व्यक्तिगत रूप से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी। शाह को लिखे पत्र में दावा किया गया कि कर्नाटक द्वारा उठाए गए ‘अनावश्यक कदम’ की वजह से सीमावर्ती जिले में रहने वाले मराठी भाषी लोगों की ‘भावनाएं आहत’ हुईं और यह तब किया गया जब मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है।
कोल्हे ने कहा कि एमवीए प्रतिनिधिमंडल ने उन नेताओं और संवैधानिक पदाधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जिन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए ‘‘अपमानजनक संदर्भ’’ दिया। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद को लेकर तनाव उस समय हिंसक हो गया जब बेलगांव और पुणे में एक-दूसरे राज्यों के वाहनों पर हमला किया गया।
उल्लेखनीय है कि एक मई 1960 में महाराष्ट्र के गठन के बाद से वह बेलगांव (अब बेलगावी), करवार और निप्पनी सहित 865 गांवों पर दावा करता है और उन्हें महाराष्ट्र में शामिल करने की मांग कर रहा है जबकि कर्नाटक इसे अपना क्षेत्र बता पड़ोसी राज्य के दावे को खारिज करता है।
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