Sexual harassment
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मुंबई  : ३७ करोड़ लड़कियां १८ साल की उम्र से पहले बलात्कार या यौन उत्पीड़न का शिकार...

मुंबई  : ३७ करोड़ लड़कियां १८ साल की उम्र से पहले बलात्कार या यौन उत्पीड़न का शिकार... यूनिसेफ के नए अनुमानों से पता चलता है कि मौजूदा जिंदा महिलाओं में से ३७० मिलियन यानी ३७ करोड़ लड़कियां १८ साल की उम्र से पहले बलात्कार या यौन उत्पीड़न का शिकार हुई हैं। वहीं ऑनलाइन या मौखिक दुर्व्यवहार जैसे यौन हिंसा के `गैर-संपर्क’ के रूपों को शामिल किया जाए तो प्रभावित लड़कियों और महिलाओं की संख्या वैश्विक स्तर पर ६५ करोड़ हो जाती है यानी हर ५ में से १ किशोरी हिंसा का शिकार होती हैं।
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मुंबई के अस्पताल में छात्रा से यौन उत्पीड़न... मुख्यमंत्री ने डीन के तबादले के दिए आदेश

मुंबई के अस्पताल में छात्रा से यौन उत्पीड़न... मुख्यमंत्री ने डीन के तबादले के दिए आदेश मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई नगर निगम आयुक्त भूषण गगरानी को अस्पताल के डीन को तुरंत स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है. मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष समिति गठित करने का आदेश दिया गया. उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों और छात्रों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त उपाय लागू करने को भी कहा।
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पुणे/ अश्लील संदेश भेजकर और स्कूल में लड़की को अनुचित तरीके से छूकर यौन उत्पीड़न

पुणे/ अश्लील संदेश भेजकर और स्कूल में लड़की को अनुचित तरीके से छूकर यौन उत्पीड़न पुणे ग्रामीण पुलिस के एसपी पंकज देशमुख ने कहा कि पीड़िता के माता-पिता से औपचारिक शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने बताया कि छात्रा के पिता द्वारा स्कूल में हुई घटना की शिकायत करने के बाद भी घटना की सूचना अधिकारियों को न देने के कारण स्कूल के प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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नाबालिग का पीछा यौन उत्पीड़न के बराबर... बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर बेंच ने नहीं दी युवक को राहत

नाबालिग का पीछा यौन उत्पीड़न के बराबर... बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर बेंच ने नहीं दी युवक को राहत  बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर बेंच के जस्टिस सानप ने कहा कि नाबालिग की बेरुखी के बावजूद अपीलकर्ता ने स्कूल जाते समय उसका पीछा करना नहीं छोड़ा था। उसका आचरण और व्यवहार उसके इरादे को दर्शाने के लिए पर्याप्त हैं। उसकी मंशा बिल्कुल अच्छी नहीं थी। पीड़िता का साक्ष्य यह साबित करने के लिए काफी है कि उसका यौन उत्पीड़न किया गया है। पीड़िता ने बयान में अपीलकर्ता के व्यवहार और आचरण का स्पष्ट विवरण दिया है। इस तरह जस्टिस सानप ने अपील को खारिज कर दिया और युवक की सजा को कायम रखा।
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