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Read More... अगरतला: नारकोटिक्स की तस्करी पर कार्रवाई तेज; 100 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त
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By Online Desk
असम राइफल्स और बीएसएफ समेत कई कानून लागू करने वाली एजेंसियों ने नारकोटिक्स की तस्करी पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले हफ्ते करीब 100 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त की गईं और चार म्यांमार नागरिकों समेत 12 तस्करों को गिरफ्तार किया गया। एक अधिकारी ने बताया कि असम राइफल्स, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ), डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरई), मिजोरम, त्रिपुरा, मणिपुर के एक्साइज और नारकोटिक्स डिपार्टमेंट और मिजोरम पुलिस ने मिलकर या अलग-अलग कई ऑपरेशन चलाए। मुंबई: तानसा और मोदक सागर बांधों पर 100 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाएगी बीएमसी; सालाना 219 मिलियन यूनिट बिजली पैदा होने की उम्मीद
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मिडिल वैतरणा प्रोजेक्ट के बाद, बीएमसी अब तानसा और मोदक सागर बांधों पर 100 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाएगी। महात्मा फुले रिन्यूएबल एनर्जी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी लिमिटेड (महाप्रीत) द्वारा 25 सालों तक डेवलप और मेंटेन किए जाने वाले इस प्लांट से सालाना 219 मिलियन यूनिट बिजली पैदा होने की उम्मीद है और इससे बीएमसी को सब्सिडाइज्ड बिजली के ज़रिए लगभग 165.51 करोड़ रुपये की बचत होगी। मुंबई : आज़ादी के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में राज्य के विकास का रोडमैप; महाराष्ट्र विज़न 2047
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महाराष्ट्र विज़न 2047, जो केंद्र सरकार की विकासशील भारत 2047 योजना का पूरक है, को राज्य के मंत्रियों की सलाहकार समिति ने मंज़ूरी दे दी और अगले हफ़्ते इसे कैबिनेट के समक्ष प्रस्तुत किए जाने की उम्मीद है। यह विज़न दस्तावेज़ भारत की आज़ादी के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में राज्य के विकास का रोडमैप होगा, जिसमें 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का निर्माण और क्षेत्रीय रूप से संतुलित विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। महिम पश्चिम में 10 दिन के लिए लगता है 100 साल से भी पुराना कन्दील मार्केट
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दिवाली जिसे दियो का त्योहार कहा जाता है, इस त्योहार में रोशनी का बड़ा महत्व है. अब दिवाली सिर्फ दिया, लाइट और झूमर तक ही सीमित नहीं है, कई शहरों में कन्दील को बहुत महत्व दिया जाता है. घर-घर बालकनी या फिर घर के आगे लगाया जाता है, रात के समय इसमें जलने वाली रोशनी लोगों का ध्यान खींचती है. मुंबई में कन्दील लगाने की परंपरा 100 साल से भी पुरानी है. मुंबई में दिवाली के कुछ दिन पहले से ही कन्दील मार्केट में दिखना शुरू हो जाता है. यहां कागज, प्लास्टिक या फिर कपड़े से बनता है, मुंबई में एक मार्केट भी लगता है जो सिर्फ कन्दील के लिए जाना जाता है. यहां आपको कन्दील के अलावा कुछ और देखने को नहीं मिलेगा, इस मार्केट का नाम भी बहुत अनोखा है. यह मार्केट मुंबई के महिम पश्चिम में स्थित है. 