'वोट जिहाद' बनाम 'वोट घोटाला': मनसे ने इफ्तार पार्टी का फोटो दिखाकर बीजेपी पर साधा निशाना
'Vote Jihad' vs 'Vote Scam': MNS targets BJP by showing photo of Iftar party
मुंबई : महाराष्ट्र में फर्जी मतदाता सूची और 'वोट जिहाद' को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता संदीप देशपांडे ने बीजेपी विधायक अमित साटम के 'वोट जिहाद' के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी पर ही निशाना साधा है।
दरअसल, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे और महा विकास अघाड़ी (MVA) के नेताओं ने चुनाव आयोग पर मतदाता सूची में गड़बड़ी और 'वोट चोरी' (मतचोरी) का आरोप लगाया था। इस पर पलटवार करते हुए मुंबई बीजेपी अध्यक्ष और विधायक अमित साटम ने विपक्षी दलों से सवाल किया था, "बताओ, यह मत चोरी है या 'वोट जिहाद'?" उन्होंने धुले, बीड, अमरावती, मुंबई उत्तर और मुंबई उत्तर-पूर्व समेत महाराष्ट्र की पांच लोकसभा सीटों पर कथित मुस्लिम दोहरे वोटों के आंकड़े भी साझा किए थे।
मनसे का करारा जवाब
अमित साटम के इन आरोपों के जवाब में मनसे नेता संदीप देशपांडे ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता आशीष शेलार का एक पुराना फोटो सोशल मीडिया पर साझा किया। यह फोटो एक इफ्तार पार्टी का बताया जा रहा है। देशपांडे ने यह फोटो शेयर करते हुए लिखा, "खास अशिशुद्दीन के लिए, अमित साटम के निर्वाचन क्षेत्र में फर्जीवाड़ा घोटाला।" इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि यह लिस्ट खुद साटम के विधानसभा क्षेत्र के फर्जी मतदाताओं की है।
'आशीष शेलार को आयोग का प्रवक्ता घोषित करें'
इस विवाद में मनसे प्रवक्ता गजानन काले ने भी एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने केंद्रीय चुनाव आयोग को टैग करते हुए अजीबोगरीब मांग की है। काले ने कहा कि मनसे जब भी मतदाता सूची, फर्जी मतदाता या दोहरे मतदाताओं पर सवाल उठाती है, तो बीजेपी के नेता चुनाव आयोग का बचाव करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि इससे स्पष्ट होता है कि "भारतीय जनता पार्टी का असली जीवन मतदाता सूची में है।" मनसे नेता ने मांग की कि चुनाव आयोग को बीजेपी नेता आशीष शेलार को अपना "आधिकारिक प्रवक्ता" घोषित कर देना चाहिए।

