मुंबई : प्रशासनिक लापरवाही के कारण सड़कों पर धूल, गड्ढे; लोग परेशा
Mumbai: Administrative negligence causes dust and potholes on roads; residents suffer
त्योहारों की रोशनी के बीच मुंबई की सड़कों पर अंधेरा पसरा हुआ है। एक ओर लोग दिवाली की तैयारियों में लोग जुटे हैं, तो दूसरी ओर टूटी सड़कें, जाम से भरे रास्ते और बढ़ती महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। प्रशासनिक लापरवाही के कारण सड़कों पर धूल, गड्ढे और टूटी उम्मीदें ही बाकी रह गई हैं। १० किमी की यात्रा में एक घंटा लग रहा है। मुंबई में हर तरफ दिवाली की धूम हैं जबकि मुंबई व उपनगरों में सड़कों पर गड्ढों की समस्या से लोग परेशान हैं।
मुंबई : त्योहारों की रोशनी के बीच मुंबई की सड़कों पर अंधेरा पसरा हुआ है। एक ओर लोग दिवाली की तैयारियों में लोग जुटे हैं, तो दूसरी ओर टूटी सड़कें, जाम से भरे रास्ते और बढ़ती महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। प्रशासनिक लापरवाही के कारण सड़कों पर धूल, गड्ढे और टूटी उम्मीदें ही बाकी रह गई हैं। १० किमी की यात्रा में एक घंटा लग रहा है। मुंबई में हर तरफ दिवाली की धूम हैं जबकि मुंबई व उपनगरों में सड़कों पर गड्ढों की समस्या से लोग परेशान हैं। सड़कों की खराब हालत के कारण निवासियों को ट्रैफिक जाम, समय की बर्बादी और दुर्घटनाओं जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब हैं कि मालवणी से मलाड के बीच में कई जगहों पर सड़क खोदी हुई है और अधिकतर जगहों पर बारिश के कारण बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं जिसकी वजह से २० मिनट का रास्ता तय करने में २ घंटे लग जाते हैं। रातोड़ी निवासी साहिल शेख ने बताया कि ट्रैफिक जाम के कारण उसे रोज लेट हो जाता हैं। जबकि राकेश त्रिपाठी ने बताया कि ट्रैफिक जाम के कारण वह अपनी कार से कम ही सफर करते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रैफिक जाम की वजह से उन्हें हर दिन ज्यादा किराया देना पड़ता हैं क्योंकि ऑटो, टैक्सी वाले भाड़ा बढ़ा देते हैं। बीएमसी दावा करती है कि वे शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करते हैं, लेकिन निवासी अक्सर यह शिकायत करते हैं कि मरम्मत या तो धीमी होती है या फिर खराब गुणवत्ता की होती है। इतनी मुश्किलों के बाद जब रेलवे स्टेशन पर पहुंचते हैं तो ट्रेन में जबर्दस्त भीड़ का सामना करना पड़ता हैं। ट्रेनों में देरी के कारण समस्या और बढ़ जाती है। भीड़, झगड़े, चोरी आम बात हैं।

