ठाणे : घोड़बंदर रोड पर गड्ढों के कारण यातायात जाम... यात्रियों को परेशानी
Thane: Traffic jam due to potholes on Ghodbunder Road... passengers face problems
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ठाणे-घोड़बंदर रोड पर घाट रोड पर बड़ी संख्या में गड्ढे होने के कारण यातायात की गति धीमी हो रही है। नतीजतन, वाहनों को ट्रैफिक के दौरान यह दूरी तय करने में एक घंटे से अधिक का समय बर्बाद करना पड़ रहा है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है। ठाणे के घोड़बंदर रोड पर भारी वाहनों का आवागमन बड़ी संख्या में होता है। इसके अलावा, इस रोड पर मुंबई, वसई, विरार, भायंदर इलाकों से बड़ी संख्या में हल्के वाहनों का आवागमन भी होता है।
भायंदर : ठाणे-घोड़बंदर रोड पर घाट रोड पर बड़ी संख्या में गड्ढे होने के कारण यातायात की गति धीमी हो रही है। नतीजतन, वाहनों को ट्रैफिक के दौरान यह दूरी तय करने में एक घंटे से अधिक का समय बर्बाद करना पड़ रहा है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है। ठाणे के घोड़बंदर रोड पर भारी वाहनों का आवागमन बड़ी संख्या में होता है। इसके अलावा, इस रोड पर मुंबई, वसई, विरार, भायंदर इलाकों से बड़ी संख्या में हल्के वाहनों का आवागमन भी होता है।
इसलिए, हर साल यहां घाट की सड़कों पर गड्ढों का साम्राज्य रहता है। इस साल इन सड़कों पर कई जगहों पर गड्ढे देखने को मिल रहे हैं। नतीजतन, वाहन चालकों को इन गड्ढों से रास्ता खोजने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। चूंकि भारी वाहन के पलटने की संभावना अधिक होती है, इसलिए चालक वाहन को बहुत धीमी गति से चला रहे हैं।
नतीजतन, धीमी गति से चलने वाला यह यातायात आवागमन के दौरान यातायात जाम का कारण बन रहा है। बारिश के दिनों में इस सड़क पर कम से कम आधे घंटे से एक घंटे तक का समय बर्बाद करना पड़ता है। सोशल मीडिया पर कई यात्री सरकार के प्रशासन के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। हालांकि, नागरिकों का कहना है कि ठाणे लोक निर्माण विभाग द्वारा इस पर ध्यान न दिए जाने के कारण यात्री वर्ग को परेशानी हो रही है।
ठाणे की ओर जाने वाला यातायात धीमी गति से चलने के कारण वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं। इसके कारण वर्सोवा ब्रिज पर मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर भी जाम की समस्या उत्पन्न होने लगी है। चूंकि यह जाम मुख्य रूप से भारी वाहनों के कारण होता है, इसलिए यात्री मांग कर रहे हैं कि उन्हें वैकल्पिक परिवहन मार्ग उपलब्ध कराया जाए।
दहिसर मार्ग से गुजरने वाली मेट्रो के लिए एलिवेटेड रूट प्रस्तावित है। सरकार ने इस रूट के तहत गायमुख से फाउंटेन तक 39 मीटर की सड़क को बढ़ाकर 60 मीटर करने का निर्णय लिया है। इसमें से करीब 20 फीसदी जमीन वन विभाग की होगी। इसलिए परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने मीरा भयंदर नगर निगम को वन विभाग की मंजूरी लेने और भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा है।