मुंबई : बीएमसी ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नई पहल की शुरुआत
Mumbai: BMC started a new initiative keeping in mind the safety of women and children

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने मुंबई में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक नई पहल की शुरुआत की है. बुधवार को बीएमसी ने `वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर` लॉन्च किया, जिसका उद्देश्य यौन उत्पीड़न और हिंसा का शिकार हुई महिलाओं और बच्चों को तत्काल और समग्र सहायता प्रदान करना है. इस कार्यक्रम का आयोजन सावित्रीबाई फुले महिला संसाधन केंद्र के सहयोग से किया गया. इस अवसर पर मशहूर अभिनेत्री सोनाली कुलकर्णी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं.
मुंबई : बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने मुंबई में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक नई पहल की शुरुआत की है. बुधवार को बीएमसी ने `वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर` लॉन्च किया, जिसका उद्देश्य यौन उत्पीड़न और हिंसा का शिकार हुई महिलाओं और बच्चों को तत्काल और समग्र सहायता प्रदान करना है. इस कार्यक्रम का आयोजन सावित्रीबाई फुले महिला संसाधन केंद्र के सहयोग से किया गया. इस अवसर पर मशहूर अभिनेत्री सोनाली कुलकर्णी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं.
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, लेकिन उनके साथ होने वाले दुर्व्यवहार को रोकना हम सभी की ज़िम्मेदारी है. उन्होंने सभी से अपील की कि अगर कोई यौन उत्पीड़न या किसी अन्य तरह के दुर्व्यवहार का सामना करता है, तो उसे चुप न रहें बल्कि खुलकर आवाज उठाएं. कार्यक्रम के दौरान, यौन उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष में योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित भी किया गया.
सोनाली कुलकर्णी ने कहा कि कार्यस्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है और इसके लिए समाज को मिलकर प्रयास करने होंगे.
बीएमसी द्वारा जारी बयान में बताया गया कि `वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर` में यौन शोषण पीड़ित महिलाओं और बच्चों को काउंसलिंग, चिकित्सा सहायता, पुलिस सहायता, और कानूनी सलाह जैसी सेवाएं एक ही जगह पर उपलब्ध कराई जाएंगी. इससे पीड़ितों को अलग-अलग संस्थानों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और उन्हें समय पर मदद मिल सकेगी.
इसके साथ ही, बीएमसी ने साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को देखते हुए `साइबर वेलनेस सेंटर` की भी शुरुआत की है. इसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और साइबर हमलों से बचाव की जानकारी देना है.
यह पहल महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हो रही हिंसा और अपराध को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है. बीएमसी ने उम्मीद जताई है कि इससे पीड़ितों को न सिर्फ सुरक्षा मिलेगी, बल्कि समाज में जागरूकता भी बढ़ेगी.