मुंबई: महाराष्ट्र गठन के 65 साल; बदली तस्वीर
Mumbai: 65 years of Maharashtra formation; picture changed
महाराष्ट्र गठन के आज 65 साल पूरे हो चुके है। लेकिन आज विकासशील दिखने वाला भारत पहले भी ऐसा था। नहीं, आज के महाराष्ट्र में 1960 के महाराष्ट्र में जमीन आसमान का फर्क आ चुका है। चलिए आपको बताते है कैसे? 1 मई 1960 को महाराष्ट्र राज्य का गठन हुआ, जिसमें मराठी भाषी क्षेत्रों को मिलाकर एक नया राज्य बनाया गया।
मुंबई: महाराष्ट्र गठन के आज 65 साल पूरे हो चुके है। लेकिन आज विकासशील दिखने वाला भारत पहले भी ऐसा था। नहीं, आज के महाराष्ट्र में 1960 के महाराष्ट्र में जमीन आसमान का फर्क आ चुका है। चलिए आपको बताते है कैसे? 1 मई 1960 को महाराष्ट्र राज्य का गठन हुआ, जिसमें मराठी भाषी क्षेत्रों को मिलाकर एक नया राज्य बनाया गया। उस समय महाराष्ट्र में 4 प्रशासनिक विभाग और 26 जिले थे। मुंबई को राजधानी और नागपुर को उपराजधानी घोषित किया गया। राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि, पारंपरिक उद्योगों और छोटे व्यापारों पर आधारित थी।
आर्थिक और सामाजिक विकास -1960 के मुकाबले महाराष्ट्र अब भारत की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला राज्य है, जिसकी विकास दर 2024-25 में 7.3% अनुमानित है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। 2025 में महाराष्ट्र की अनुमानित सकल आय 45,31,518 करोड़ रुपये है और प्रति व्यक्ति आय 3,09,340 रुपये तक पहुंच गई है। राज्य में कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है-कृषि में 8.7%, उद्योग में 4.9% और सेवा क्षेत्र में 7.8% की दर से विकास। अब राज्य में जिलों की संख्या बढ़कर 36 से अधिक हो गई है, और शहरीकरण की दर भी काफी बढ़ी है। यहां 1960 में स्वास्थ्य सेवाएं सीमित थीं और मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों या जिला मुख्यालयों तक ही सीमित थीं।
ग्रामीण और दूरदराज़ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी थी। मेडिकल कॉलेजों और विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या बहुत कम थी। नागपुर में बने 1947 में बने मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सीमित थी। 2025 में महाराष्ट्र स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है, जहां सभी प्रकार की गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं। पिछले दो वर्षों में राज्य में दस नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हुई है, जिससे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या में वृद्धि हुई है।नागपुर के मेडिकल कॉलेज में हर तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं और तकनीक उपलब्ध है। यहां तक की AIIMS की स्थापना भी अब नागपुर शहर में हो चुकी है। हालांकि, चुनौतियां अब भी बनी हुई हैं।


