भारत और पाकिस्तान दोनों विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा...
Both India and Pakistan's foreign exchange reserves increased...
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 21 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 4.76 अरब डॉलर बढ़कर 640.48 अरब डॉलर हो गया. पिछले सप्ताह देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.54 अरब डॉलर घटकर 635.72 अरब डॉलर रह गया था. रुपये में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप के साथ-साथ पुनर्मूल्यांकन के कारण पिछले कई हफ्तों से मुद्रा भंडार में गिरावट का रुख रहा है. सितंबर 2024 के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 704.88 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था.
मुंबई : एक बार फिर से मुंबई से कराची तक आम लोगों को खुशखबरी सुनने को मिली है. इसका कारण भी हैं. भारत और पाकिस्तान दोनों विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा देखने को मिला है. जहां भारत में विदेशी मुद्रा भंडार में 4.76 अरब डॉलर का इजाफा देखने को मिला है. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 21 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी देखने को मिली है.
बीते कई महीनों से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखने को मिल रही थी. उसका कारण भी था. वास्तव में रुपए की गिरावट को रोकने के लिए भारत सरकार लगातार डॉलर का इस्तेमाल कर रही थी. जिसका असर विदेशी मुद्रा भंडार में देखने को मिल रहा था. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर भारत और पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार किस लेवल पर आ गए हैं.
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 21 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 4.76 अरब डॉलर बढ़कर 640.48 अरब डॉलर हो गया. पिछले सप्ताह देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.54 अरब डॉलर घटकर 635.72 अरब डॉलर रह गया था. रुपये में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप के साथ-साथ पुनर्मूल्यांकन के कारण पिछले कई हफ्तों से मुद्रा भंडार में गिरावट का रुख रहा है. सितंबर 2024 के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 704.88 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था.
रिजर्व बैंक के आंकड़ों अनुसार, 21 फरवरी को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख हिस्सा फॉरेन करेंसी असेट्स 4.25 अरब डॉलर बढ़कर 543.84 अरब डॉलर हो गईं. डॉलर के संदर्भ में देखें तो फॉरेन करेंसी असेट्स में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी नॉन-अमेरिकी करेंसीज की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है. हालांकि, समीक्षाधीन सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य 42.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 74.58 अरब डॉलर हो गया. विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 7.3 करोड डॉलर बढ़कर 17.97 अरब डॉलर हो गया. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास भारत का आरक्षित भंडार 70 लाख डॉलर बढ़कर 4.09 अरब डॉलर हो गया.

