मुंबई के डॉक्टर को दसवीं फेल ने बेवकूफ बना ठगे 15 लाख... चंडीगढ़ से महिला समेत 2 अरेस्ट

A 10th class fail fooled a Mumbai doctor and duped him of Rs. 15 lakhs... 2 including a woman arrested from Chandigarh

मुंबई के डॉक्टर को दसवीं फेल ने बेवकूफ बना ठगे 15 लाख... चंडीगढ़ से महिला समेत 2 अरेस्ट

एफआईआर के अनुसार, पुलिस वर्दी में कथित पुलिस अधीक्षक की उक्त बातें सुनकर डॉक्टर घबरा गया और उसने कानूनी फेर में फंसने से बचने के लिए उसी कॉलर यानी फर्जी पुलिस अधीक्षक को कॉल किया। आरोप है कि उस फर्जी पुलिस अधीक्षक ने मामला रफा-दफा करने के लिए डॉक्टर से किस्तों में ऑनलाइन तरीके से 15 लाख रुपये ऐंठ लिए।

मुंबई : सातवीं, आठवीं और दसवीं फेल लोग कैसे उच्च शिक्षित लोगों के साथ आनलाइन फ्रॉड कर रहे हैं, इसका ताजा उदाहरण मुंबई पुलिस की साइबर सेल के पश्चिम क्षेत्र के तहत दर्ज एक केस में सामने आया है। साइबर पुलिस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि बीते रोज एक डॉक्टर से कथित तौर पर 15 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी करने का केस दर्ज किया गया था।

इस केस की जांच में उन्होंने चंडीगढ़ से एक महिला सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक भी आरोपी दसवीं पास नहीं है। हालांकि, वे तकनीकी रूप से जानकार और साइबर फ्रॉड में दक्ष हैं। चंडीगढ़ से गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 36 वर्षीय किरण सीताराम और 25 वर्षीय विशाल मोंटू के रूप में हुई है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।

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पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों में से एक आरोपी ने खुद को दूरसंचार विभाग का अधिकारी बताया और पीड़ित डॉक्टर से कहा कि उसका आधार कार्ड और पैन कार्ड दिल्ली पुलिस के पास है। उनके ऑफिस में पुलिस का लेटर आया था कि उक्त अड्रेस वाला व्यक्ति मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल है। इसलिए हम आपकी मोबाइल सेवाएं निलंबित करने जा रहे हैं। इसके साथ ही फोन काट दिया।

इसके कुछ ही देर बाद एक और व्यक्ति का पुलिस की वर्दी में स्काइप के जरिए विडियो कॉल आया। उसने भी खुद को पुलिस अधिकारी बताया और कहा कि उसके खिलाफ दूर संचार कंपनी ने शिकायत दी है। इसलिए उसके खिलाफ़ केस दर्ज किया जा रहा है और उसके नाम पर गैर-जमानती वॉरंट भी जारी किया जा रहा है।

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इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एफआईआर के अनुसार, पुलिस वर्दी में कथित पुलिस अधीक्षक की उक्त बातें सुनकर डॉक्टर घबरा गया और उसने कानूनी फेर में फंसने से बचने के लिए उसी कॉलर यानी फर्जी पुलिस अधीक्षक को कॉल किया। आरोप है कि उस फर्जी पुलिस अधीक्षक ने मामला रफा-दफा करने के लिए डॉक्टर से किस्तों में ऑनलाइन तरीके से 15 लाख रुपये ऐंठ लिए।

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साइबर क्राइम के खिलाफ़ मुंबई पुलिस की कार्रवाई
दर्ज हुए साइबर क्राइम के केस: 2197
हल हुए साइबर क्राइम केस: 442
गिरफ्तार साइबर आरोपी: 512
(जनवरी से मई तक का आंकड़ा)

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मनी लॉन्ड्रिंग साइबर स्कैम से ऐसे बच सकते हैं
-पढ़े-लिखे और अनपढ़ लोगों द्वारा बात करने के 'टोन' में फर्क को समझने का प्रयास करें।
-अनजान लोगों द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग, आधार कार्ड अड्रेस आदि पर आधरित कॉल को नज़रंदाज करें।
-एक मिनट के लिए सोचें, जब आप ऐसा लेनदेन कभी किए ही नहीं हैं, तो फसेंगे क्यों?
-किसी के साथ किसी भी हाल में कोई भी OTP शेयर नहीं करें।
-जालसाजों के चक्कर में फंसने से बचने के लिए वाट्सऐप में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑप्शन को ऑन करके रखें
-पहचान वाले और रिश्तेदार आदि लोगों के नाम और नंबर उनके डीपी के साथ मोबाइल में सेव करके रखें।