नासिक/ 88 वर्षीय रिटायर्ड महिला ब्रिगेडियर के खाते से 1.25 करोड़ चोरी... पडोसी ने चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर उड़ाई रकम

Nashik/ Rs 1.25 crore stolen from the account of 88-year-old retired female Brigadier... Neighbor stole the money by forging signature on the cheque

नासिक/ 88 वर्षीय रिटायर्ड महिला ब्रिगेडियर के खाते से 1.25 करोड़ चोरी... पडोसी ने चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर उड़ाई रकम

सेवानिवृत्त महिला ब्रिगेडियर विस्मस मैरी जेरेमीह (88) निवासी मिहिर सहकारी समिति नासिक रोड द्वारा दायर शिकायत के अनुसार, उनके नासिक रोड स्थित भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक की शाखाओं में खाते हैं। विस्मस का भतीजा एंस्ले घर आया, उस समय उसने विस्मस से दस्तावेजों और चेकों का सत्यापन किया। तभी उन्होंने देखा कि चेक बुक से 38 चेक गायब हैं। जब एंस्ले ने विस्मस से इस संबंध में पूछा तो उसने कहा कि उसकी बचत, म्यूचुअल फंड, एफडीएस इन बैंकों में हैं।

नासिक: भारतीय सेना से सेवानिवृत्त 88 वर्षीय महिला ब्रिगेडियर के घर से चेक चुरा कर उसके फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक खाते से सवा करोड़ रुपए निकाल लिए गए। इस मामले में उपनगर पुलिस में सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर के बगल में रहने वाले संदिग्ध परिवार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। संदिग्धों के नाम दिशा टांक, किशोरभाई एन टांक, सरला टांक, देवांश टांक, विकास राजपाल रहतोगी हैं।

सेवानिवृत्त महिला ब्रिगेडियर विस्मस मैरी जेरेमीह (88) निवासी मिहिर सहकारी समिति नासिक रोड द्वारा दायर शिकायत के अनुसार, उनके नासिक रोड स्थित भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक की शाखाओं में खाते हैं। विस्मस का भतीजा एंस्ले घर आया, उस समय उसने विस्मस से दस्तावेजों और चेकों का सत्यापन किया। तभी उन्होंने देखा कि चेक बुक से 38 चेक गायब हैं। जब एंस्ले ने विस्मस से इस संबंध में पूछा तो उसने कहा कि उसकी बचत, म्यूचुअल फंड, एफडीएस इन बैंकों में हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पेंशन हर महीने इन बैंकों में जमा होती है और ब्याज की रकम भी एफडी के माध्यम से जमा होती है और उन्हें चेक के बारे में कुछ नहीं पता है। शिकायत में कहा गया है कि इस बीच, संदिग्ध दिशा ने उनके बुढ़ापे का फायदा उठाकर विस्मस को धोखा दिया है। इस अपराध की जांच सहायक पुलिस निरीक्षक नरेंद्र बैसाणे कर रहे हैं।

मामला सामने आने के बाद बैंक में पूछताछ और सत्यापन करने पर पता चला कि संदिग्ध दिशा टांक ने विस्मस का बैंक चेक चुरा लिया था। दिशा का विस्मस के घर में आना जाता था। इसके बाद देखा गया कि चेक पर विस्मस के फर्जी हस्ताक्षर कर उनके बैंक खाते से रकम, एफडी से ब्याज की रकम, म्यूचुअल फंड की रकम 1 करोड़ 23 लाख 85 हजार 367 रुपए टांक ने अपने परिवार और दोस्तों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर ली। विशेष रूप से, यह पता चला है कि संदिग्ध दिशा ने बैंक खातों में उस समय चेक जमा कराए जब विस्मस जयराम अस्पताल में लंबी बीमारी के चलते भर्ती कराई गई थीं।

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