मुंबई में खुल रही हाजी अली से वर्ली तक कोस्टल रोड... 7 मिनट में पूरा होगा 10 किमी का सफर
Coastal road from Haji Ali to Worli is opening in Mumbai... 10 km journey will be completed in 7 minutes
कोस्टल रोड प्रोजेक्ट से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को खुलने वाले रूट से मरीन ड्राइव से भविष्य में सी-लिंक तक पहुंचा जा सकेगा। वहीं, वर्ली व प्रभादेवी जाने के लिए वाहन चालकों को एनी बेसेंट रोड और खान अब्दुल गफ्फार रोड का इस्तेमाल करना पड़ेगा। अधिकारी ने बताया कि 10.58 किमी लंबे कोस्टल रोड का एक हिस्सा अगस्त के आखिर तक और अक्टूबर 2024 तक सी लिंक से जुड़ने की उम्मीद है।
मुंबई : कोस्टल रोड का हाजी अली से वर्ली तक का हिस्सा 11 जुलाई की सुबह 7 बजे से आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। यह दूरी करीब 3.5 किमी है। इसके खुलने से वाहन मरीन ड्राइव से सीधे वर्ली पहुंच सकेंगे। कोस्टल रोड का यह हिस्सा सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक गाड़ियों के लिए खुला रहेगा।
इसे शनिवार और रविवार को आवश्यक कार्यों के लिए बंद किया जाएगा। इसके पहले चरण का हिस्सा मरीन ड्राइव से हाजी अली (6.5 किमी) 10 जून को खोला जा चुका है। इस तरह करीब 10 किमी की दूरी लोग महज 7 मिनट में पूरी कर सकेंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कोस्टल रोड का दौरा किया। इस दौरान बीएमसी कमिश्नर भूषण गगरानी ने सीएम को कार्यों की प्रगति की जानकारी दी।
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने बीएमसी को स्पष्ट निर्देश दिया कि कोस्टल रोड खुलने के बाद वाहन चालकों को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कोस्टल रोड के टनल में लीकेज का हवाला देते हुए बीएमसी अधिकारियों को विशेष रूप से सतर्क रहने का निर्देश दिया। बता दें कि कोस्टल रोड का पहला हिस्सा 11 मार्च 2024 को वर्ली के बिंदु माधव ठाकरे चौक से मरीन ड्राइव के बीच आवागमन के लिए खोला गया था।
कोस्टल रोड प्रोजेक्ट से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को खुलने वाले रूट से मरीन ड्राइव से भविष्य में सी-लिंक तक पहुंचा जा सकेगा। वहीं, वर्ली व प्रभादेवी जाने के लिए वाहन चालकों को एनी बेसेंट रोड और खान अब्दुल गफ्फार रोड का इस्तेमाल करना पड़ेगा। अधिकारी ने बताया कि 10.58 किमी लंबे कोस्टल रोड का एक हिस्सा अगस्त के आखिर तक और अक्टूबर 2024 तक सी लिंक से जुड़ने की उम्मीद है।
इसके बाद लोग मरीन ड्राइव से सीधे बांद्रा और बांद्रा से सीधे मरीन ड्राइव के बीच करीब 15 किमी का सफर महज 10-12 मिनट में पूरा कर सकेंगे। कोस्टल रोड में 2.07 किमी लंबी टनल है, जिसका 1 किमी हिस्सा मलाबार हिल पहाड़ी के नीचे और 1 किमी का हिस्सा समुद्र में बनाया गया है। देश में समुद्र के नीचे बनी यह 3 लेन की सबसे लंबी टनल है। बता दें कि कोस्टल रोड प्रोजेक्ट में इंटरपैसेज, सड़क, सी वॉकवे आदि का काम अंतिम चरण में है।
यह है कोस्टल रोड की विशेषता
कुल लंबाई : 10.58 किमी
निर्माण पर लागत: करीब 14000 करोड़ रुपये
पूरी क्षमता से शुरू होने पर : 70% समय और 34 प्रतिशत ईंधन की बचत
वाहन की गति : 80 किमी/ घंटा

