बीजेपी ने उत्तरभारतीय और कांग्रेस ने मुस्लिम से किया किनारा... लोकसभा चुनाव के बाद विधानपरिषद में बदले राजनीतिक समीकरण

BJP distanced itself from North Indians and Congress distanced itself from Muslims... Political equations changed in the Legislative Council after the Lok Sabha elections

बीजेपी ने उत्तरभारतीय और कांग्रेस ने मुस्लिम से किया किनारा... लोकसभा चुनाव के बाद विधानपरिषद में बदले राजनीतिक समीकरण

विधान परिषद की 11 सीटों के लिए महायुति गठबंधन की ओर से बीजेपी पांच और कांग्रेस की ओर से एक उम्मीदवार की घोषणा हुई है। महाराष्ट्र विधानसभा की 288 विधायकों वाले सदन में 14 खाली है। चुनाव में 274 विधायक मतदान करेंगे। जीतने वाले उम्मीदवार के लिए कोटा 23 है। अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के पास 41 विधायक हैं, शिंदे सेना के पास 40 और बीजेपी के पास 103 विधायक हैं। वहीं कांग्रेस के पास 37, उद्धव सेना के 13 और शरद पवार की एनसीपी के पास 15 विधायक हैं।

मुंबई: लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बीजेपी के उत्तर भारतीयों नेताओं की पूछ बढ़ने की उम्मीद लगाई जा रही थी, लेकिन पार्टी ने किसी को भी मौका नहीं दिया। पार्टी ने ग्रामीण इलाकों का समीकरण बनाने पर पूरी तरह से जोर दिया है। वहीं, कांग्रेस के साथ मजबूती से खड़े रहे मुस्लिम समाज के दावेदारों को पार्टी ने मौका न देते हुए कांग्रेस के पूर्व नेता राजीव सातव की पत्नी प्रज्ञा को फिर टिकट दिया है।

गौरतलब है कि मुंबई में बीजेपी को संभावित सफलता न मिलने के पीछे उत्तर भारतीयों का पहले की तरह समर्थन न होना भी एक वजह मानी जा रही है। इसी के चलते विधानपरिषद में पांच में से एक उत्तरभारतीय को उम्मीदवारी मिलने की संभावना थी, जिनमें संजय उपाध्याय, पवन त्रिपाठी और संजय पांडेय के नाम की चर्चा थी। सोमवार को उस संभावना पर विराम लग गया।

विधान परिषद के लिए कांग्रेस की ओर से नसीम खान, वर्तमान सदस्य वजाहत मिर्ज़ा और मुज़फ्फ़र हुसैन का नाम चल रहा था। यह तय माना जा रहा था कि कांग्रेस किसी मुस्लिम को उम्मीदवारी देगी। कांग्रेस के एक नेता ने बताया महाराष्ट्र विधान परिषद में हमेशा से ही कांग्रेस के एक-दो मुस्लिम सदस्य रहे हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है कि विधान परिषद में कांग्रेस का एक भी मुस्लिम सदस्य नहीं होगा। समाज के लोग कहते हैं कि लोकसभा चुनाव में पार्टी को मुस्लिम समुदाय ने कांग्रेस को भर-भरकर वोट दिया। बावजूद इसके पार्टी ने मुस्लिम समाज से कन्नी काट लिया।

विधान परिषद की 11 सीटों के लिए महायुति गठबंधन की ओर से बीजेपी पांच और कांग्रेस की ओर से एक उम्मीदवार की घोषणा हुई है। महाराष्ट्र विधानसभा की 288 विधायकों वाले सदन में 14 खाली है। चुनाव में 274 विधायक मतदान करेंगे। जीतने वाले उम्मीदवार के लिए कोटा 23 है। अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के पास 41 विधायक हैं, शिंदे सेना के पास 40 और बीजेपी के पास 103 विधायक हैं। वहीं कांग्रेस के पास 37, उद्धव सेना के 13 और शरद पवार की एनसीपी के पास 15 विधायक हैं।

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