उद्धव ठाकरे ने कर दिया नए गीत से 'जय भवानी' और 'हिंदू' जैसे शब्द हटाने से मना
Uddhav Thackeray refused to remove words like 'Jai Bhavani' and 'Hindu' from the new song.
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी के नए गीत से 'जय भवानी' और 'हिंदू' जैसे शब्द हटाने के लिए से मना कर दिया है। निर्वाचन आयोग से मिले नोटिस के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वह इसका पालन नहीं करेंगे। उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी के गीत से 'जय भवानी' हटाने की मांग करना महाराष्ट्र का अपमान है।
मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी के नए गीत से 'जय भवानी' और 'हिंदू' जैसे शब्द हटाने के लिए से मना कर दिया है। निर्वाचन आयोग से मिले नोटिस के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वह इसका पालन नहीं करेंगे। उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी के गीत से 'जय भवानी' हटाने की मांग करना महाराष्ट्र का अपमान है।
ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी ने अपने नये चुनाव चिह्न 'मशाल' को लोकप्रिय बनाने के लिए एक गीत तैयार किया है। निर्वाचन आयोग ने इसमें से 'हिंदू' एवं 'जय भवानी' जैसे शब्द हटाने को कहा है।
ठाकरे ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने देवी तुलजा भवानी के आशीर्वाद से हिंदवी स्वराज की स्थापना की। हम देवी या हिंदू धर्म के नाम पर वोट नहीं मांग रहे हैं। यह अपमान है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह अपनी जन सभाओं में 'जय भवानी' और 'जय शिवाजी' कहने की परंपरा जारी रखेंगे।
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने कहा कि अगर निर्वाचन आयोग हमारे खिलाफ कार्रवाई करता है, तो उन्हें हमें बताना होगा कि उन्होंने उस समय क्या किया जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करते हुए लोगों से ‘जय बजरंग बली’ कहने और ईवीएम का बटन दबाने को कहा था।
(केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह ने लोगों से कहा था कि वे अयोध्या में रामलला के दर्शन मुफ्त में करने के लिए बीजेपी को वोट दें। उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने निर्वाचन आयोग से पूछा है कि क्या कानून बदल दिए गए हैं और क्या अब धर्म के नाम पर वोट मांगना ठीक है।

