महाराष्ट्र के किसानों के लिए संकट पैदा कर सकता है ‘मिचांग’
'Michang' can create trouble for farmers of Maharashtra

मुंबई, बंगाल की खाड़ी में चक्रवात ‘मिचांग’ सक्रिय हो गया है, जो देश के पूर्वी तट से टकरा सकता है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात ‘मिचांग’ उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है और इसके चार दिसंबर की शाम को उत्तरी तमिल नाडु और दक्षिणी आंध्र तटों पर पहुंचने की संभावना है। इस चक्रवात के कारण ३ दिसंबर से ही बारिश और हवा की गति बढ़ सकती है, जो ५ दिसंबर तक बनी रह सकती है। वहीं ‘मिचांग’ का मचमच महाराष्ट्र के किसानों के लिए भी संकट पैदा कर सकता है।
मुंबई, बंगाल की खाड़ी में चक्रवात ‘मिचांग’ सक्रिय हो गया है, जो देश के पूर्वी तट से टकरा सकता है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात ‘मिचांग’ उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है और इसके चार दिसंबर की शाम को उत्तरी तमिल नाडु और दक्षिणी आंध्र तटों पर पहुंचने की संभावना है। इस चक्रवात के कारण ३ दिसंबर से ही बारिश और हवा की गति बढ़ सकती है, जो ५ दिसंबर तक बनी रह सकती है। वहीं ‘मिचांग’ का मचमच महाराष्ट्र के किसानों के लिए भी संकट पैदा कर सकता है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इस तूफान का असर महाराष्ट्र में दिखाई दे सकता है। इसके कारण प्रदेश के उत्तरी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कोकण समेत विदर्भ में दो-तीन दिनों तक फिर से जोरदार बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होकर ‘अवसाद’ बन गया है और यह अगले २४ घंटों के अंदर पहले ‘गहरे अवसाद’ और फिर इसके ‘चक्रवाती तूफान’ में तब्दील होने की संभावना है। ३ दिसंबर से उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश या भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने उत्तरी तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की भविष्यवाणी की है। दो दिसंबर को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। तीन दिसंबर को अधिकांश स्थानों पर तेज बारिश होगी। ४ दिसंबर को तिरुवल्लूर जिले में एक या दो स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। आईएमडी ने तमिलनाडु के तटीय इलाकों में समुद्र के सामान्य से अधिक उग्र होने की चेतावनी भी जारी की है। इसके साथ ही चेन्नई, चेंगल पेट, कांचीपुरम और अन्य जिलों के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
चक्रवात के मद्देनजर केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट हो गई हैं। केंद्रीय सचिव राजीव गौबा ने आपात बैठक कर सुरक्षा की समीक्षा की। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम। के। स्टालिन ने इस मामले में राज्य के १२ जिला प्रशासकों के साथ बैठक भी की और एहतियाती कदम उठाने का आदेश दिया।
आईएमडी के अनुसार, तूफान का कुछ असर महाराष्ट्र पर भी पड़ेगा। चक्रवात के कारण महाराष्ट्र के कई हिस्सों में अगले २ से ३ दिनों तक बारिश होने की संभावना है। इससे मुंबई में तापमान बढ़ेगा और हवा में गर्मी बढ़ेगी। मौसम विभाग के अधिकारी केएस होसालिकर ने एक्स के जरिए इस चक्रवात के बारे में जानकारी दी। उनके मुताबिक, तीन दिसंबर को बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनेगा। यह बाद में दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के समानांतर उत्तर की ओर बढ़ेगा। ५ दिसंबर की दोपहर के दौरान नेल्लोर-मछलीपट्टनम के बीच चक्रवात ८०-९० किमी प्रति घंटे की गति के साथ दक्षिण आंध्र प्रदेश को पार करेगा। इस दौरान १०० किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।