नागपुर के राजनगर परिसर में स्थित कुएं में दम घुटने से 2 मजदूरों की मौत !
2 laborers died due to suffocation in a well located in Rajnagar complex of Nagpur.
कुएं की सफाई करने गए 2 मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई. इस घटना से परिसर में हड़कंप मच गया. फिलहाल पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है, लेकिन साथी मजदूरों का कहना है कि करंट लगने के कारण दोनों की मौत हुई है. मृतकों में सिद्धेश्वरीनगर, मानेवाड़ा-बेसा रोड निवासी अमर रतनलाल मरकाम और शंकर अर्जुन उइके (24) का समावेश हैं. यह घटना राजनगर निवासी डॉक्टर सुनील नरसिंह राव के घर पर हुई.
नागपुर : राजनगर परिसर में स्थित एक बंगले में कुएं की सफाई करने गए 2 मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई. इस घटना से परिसर में हड़कंप मच गया. फिलहाल पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है, लेकिन साथी मजदूरों का कहना है कि करंट लगने के कारण दोनों की मौत हुई है. मृतकों में सिद्धेश्वरीनगर, मानेवाड़ा-बेसा रोड निवासी अमर रतनलाल मरकाम और शंकर अर्जुन उइके (24) का समावेश हैं. यह घटना राजनगर निवासी डॉक्टर सुनील नरसिंह राव के घर पर हुई.
अमर और शंकर अपने साथी किशोर त्रिनाथ उइके और कोयल दिना नेताम के साथ कुएं की सफाई करने गए थे. बताया जाता है कि कोयल और किशोर काम की तलाश में राजनगर परिसर में घूम रहे थे. राव ने उन्हें अपने घर के कुएं की सफाई करने बुलाया. कोयल ने फोन करके अमर और शंकर को भी मदद के लिए बुला लिया. कुएं की गोलाई करीब 5 फुट और गहराई 45 फुट के करीब हैं. तीनों ने कुएं में उतरकर सफाई का काम शुरू कर दिया. 3 घंटे तक कुएं के भीतर से मलबा निकालते रहे. बारी-बारी से सभी नीचे उतरकर काम कर रहे थे.
दोपहर 2 बजे के दौरान अमर कुएं के भीतर उतरा. काफी देर तक उसकी हलचल नहीं होने के कारण शंकर भी नीचे उतर गया. वह भी वापस नहीं आया तो कोयल और किशोर परेशान हो गए. दोनों ने राव को घटना की जानकारी दी. कंट्रोल रूम से जानकारी मिलते ही सदर के इंस्पेक्टर गोकुल सूर्यवंशी अपनी टीम के साथ पुलिस मौके पर पहुंचे. दमकल विभाग को मदद के लिए बुलाया गया. करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद दोनों को मृतावस्था में बाहर निकाला गया. पुलिस ने दोनों के शव मेयो अस्पताल भेज दिए.
डीसीपी अश्विनी पाटिल और एसीपी नीलेश पालवे ने भी घटनास्थल का जायजा लिया. हादसे की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में रिश्तेदार और समाजबंधु मौके पर पहुंचे. इस घटना से लोगों में नाराजगी थी. पुलिस को उन्हें समझाने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ी. रिश्तेदारों ने बताया कि शंकर को 2 छोटे बच्चे हैं. अमर को भी 1 बेटी है. शंकर के भाई अभिमन्यु की 2 वर्ष पहले मौत हो गई. तब से शंकर ही उसके 2 बच्चे, पत्नी, माता-पिता की देखभाल कर रहा था. उसकी मौत से अब पूरा परिवार पर आर्थिक संकट आ गया है. पुलिस का कहना है कि भीतर दम घुटने से दोनों की मौत हो सकती है लेकिन रिश्तेदारों का कहना है कि कुएं की मोटर शुरू होने के कारण दोनों की करंट लगने के कारण मौत हुई. पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है.

