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अंधेरी मेट्रो के पास मॉनसून के समय होते हैं बाढ़ जैसे हालात... इस बार सबवे के लिए BMC का प्लान
Andheri Metro gets flood like situation during monsoon… BMC's plan for subway this time
मॉनसून के दौरान मुंबई के कुछ हिस्से और सबसे अक्सर पानी में डूब जाते हैं। इसके कारण ट्रैफिक पुलिस को यातायात रोकना पड़ता है। मुंबई में अंधेरी सब-वे, खार सब-वे, मिलान सब-वे, दहिसर और मानखुर्द सब-वे में पानी लगने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पिछले साल बारिश के दौरान अंधेरी सब-वे में 3 फुट तक पानी जमा हो गया था।
मुंबई : मॉनसून के दौरान मुंबई के कुछ हिस्से और सबसे अक्सर पानी में डूब जाते हैं। इसके कारण ट्रैफिक पुलिस को यातायात रोकना पड़ता है। मुंबई में अंधेरी सब-वे, खार सब-वे, मिलान सब-वे, दहिसर और मानखुर्द सब-वे में पानी लगने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पिछले साल बारिश के दौरान अंधेरी सब-वे में 3 फुट तक पानी जमा हो गया था।
इसके कारण बार-बार सब-वे को आवाजाही के लिए बंद करना पड़ा था। बीएमसी ने इस समस्या के समाधान के लिए वहां हाई पावर पंप लगाने का फैसला किया है, ताकि भारी बारिश के दौरान भी कुछ ही मिनट में पूरा पानी निकाला जा सकेगा। बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि अंधेरी सब-वे में जमा होने वाले पानी को निकालने के लिए 6 पंप लगाने का निर्णय लिया है।
पानी निकालने के लिए अंधेरी मेट्रो के पास 3,000 क्यूबिक पानी प्रति घंटा निकालने की क्षमता वाले 6 पंप लगाए जाएंगे। पंपिंग सिस्टम के जरिए इस पानी को मोगरा नाले में फेंका जाएगा। इसके जरिए पानी आसानी से समुद्र में चला जाएगा और लोगों को जहां जलजमाव जैसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं, मेट्रो के परिचालन पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा।
अधिकारी ने कहा कि सर्वे में यह बात सामने आई है कि बारिश के दौरान यहां ट्रैफिक की समस्या पैदा हो सकती है। क्योंकि, गोखले ब्रिज टूटने से ट्रैफिक को अंधेरी सब-वे की तरफ डायवर्ट किया गया है। हर साल बारिश के दौरान अंधेरी मेट्रो स्टेशन के पास बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। इसके कारण गाड़ियों की आवाजाही रोक दी जाती है। अंधेरी मेट्रो को भी बंद करने की नौबत आ जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।
इस साल नागरिकों को इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। गोखले ब्रिज के रेलवे ट्रैक पर बने भाग को हटाने का काम अंतिम चरण में है। बीएमसी को उम्मीद थी कि गोखले ब्रिज का एक हिस्सा मई से आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। लेकिन जिस गति से काम हो रहा है उससे बीएमसी को भी लगने लगा है कि मई में ब्रिज को आवागमन के लिए खोलना मुश्किल है। बीएमसी अधिकारी ने बताया कि रेलवे ने यदि समय पर पुल को तोड़कर हमें सौंप दिया तो नया पुल बनाने की प्रक्रिया हम शुरू कर देंगे।
गोखले ब्रिज के हिस्से को तोड़ने का काफी काम किया जा चुका है। रेलवे ने कुछ दिन पहले नाइट ब्लॉक लेकर गर्डरों को हटाने का काम किया है। रेलवे द्वारा तोड़क कार्रवाई पूरा होने के बाद पुल का निर्माण कार्य शुरू होगा। पुल का निर्माण कार्य मई के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है , इसके बावजूद फिनिशिंग , टेस्टिंग , लाइटिंग और सुरक्षा के कई टेस्ट किए जाते हैं।
इसलिए हमें उम्मीद है कि जून के पहले सप्ताह में ही गोखले ब्रिज का दो लेन आवागमन के लिए खोला जा सकता है। यह ब्रिज अंधेरी वेस्ट और अंधेरी ईस्ट को जोड़ता है। इसके बंद होने के कारण लोगों को बोरीवली से बांद्रा तक ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है।
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